गठबंधन टूटने के बाद पहली बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना पर जोरदार हमला बोला है. अमित शाह ने कहा है कि शिवसेना के सभी विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर लगाकर जीते. उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना का एक भी विधायक ऐसा नहीं है, जिसने चुनाव के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए मोदी का पोस्टर ना लगाया हो.
शाह ने गठबंधन तोड़ने के लिए शिवसेना को ही जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के जनादेश का अपमान करने का काम शिवसेना ने किया है बीजेपी ने नहीं.
‘मोदी के पोस्टर लगाकर जीते शिवसेना के विधायक’
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘शिवसेना के सभी विधायक हमारे ही साथ लड़कर चुनाव जीते हैं. उनका एक भी विधायक ऐसा नहीं है, जिसने मोदी जी का पोस्टर ना लगाया हो. आदित्य ठाकरे से लेकर शिवसेना के हर विधायक ने मोदी जी का पोस्टर लगाया.’
उन्होंने कहा, ‘क्या ये महाराष्ट्र की जनता नहीं जानती है. शिवसेना की विधानसभाओं में बीजेपी की विधानसभाओं से भी बड़े कटआउट्स मोदी जी के लगे थे. मैं पूरे महाराष्ट्र में घूमा हूं. 16 दिन मैं महाराष्ट्र में रहा हूं. शिवसेना की विधानसभाओं में भी गया हूं.’
‘बीजेपी ने शिवसेना को कभी नहीं दिया मुख्यमंत्री पद का आश्वासन’
बीजेपी अध्यक्ष ने गठबंधन तोड़ने के लिए शिवसेना को ही जिम्मेदार ठहराया. शाह ने कहा, ‘मैं दोबारा स्पष्ट करता हूं कि हमने शिवसेना को मुख्यमंत्री पद का कोई आश्वासन कभी नहीं दिया. हमने हर बार यहां तक कि जिन सभाओं में आदित्य ठाकरे या उद्धव जी हमारे साथ स्टेज पर थे, हमने वहां भी कहा कि देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे, तब इन्होंने क्यों विरोध नहीं किया?’
‘मुख्यमंत्री पद का लालच देकर हुई खरीद-फरोख्त’
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद फरोख्त नहीं है क्या? मैं शरद जी और सोनिया जी को कहता हूं कि एक बार बोलकर देखें कि मुख्यमंत्री उनका होगा और फिर शिवसेना का समर्थन लें. लगभग 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है ये खरीद फरोख़्त ही है.’
‘शिवसेना ने किया जनादेश का अपमान’
अमित शाह ने कहा, ‘महाराष्ट्र के जनादेश का अपमान करने का काम शिवसेना ने किया है, बीजेपी ने नहीं. विधायकों के कैम्प लगाने वालों, चुनाव से पहले का गठबंधन तोड़ने वालों को दोष ना देकर आज बीजेपी का दोष बताया जा रहा है.’
उन्होंने कहा कि शिवसेना अपनी विचारधारा छोड़कर और सभी मूल्यों को त्यागकर कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने जा रही है.
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