केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए झूठे वादे किए थे. उन्होंने कहा कि चुनावी वादों पर बात जरूर हुई थी, लेकिन तब महाराष्ट्र के चुनाव के सिलसिले में चर्चा हो रही थी. प्रोग्राम मराठी में था और उसमें पीएम मोदी का नाम भी नहीं लिया गया.
गडकरी के मुताबिक, उन्होंने ये नहीं कहा कि 2014 में बीजेपी को चुनाव जीतने का भरोसा नहीं था इसलिए मनमाने वादे किए गए. मंत्री ने कहा, “मैं किए हुए वादे पूरे करता हूं और पूरे किए भी हैं.”
उस प्रोग्राम में न मोदी जी का नाम लिया, न बीजेपी का नाम लिया और न ही 15 लाख रुपए देने पर कुछ कहा. ये पूरी तरह निराधार है. वो प्रोग्राम मराठी में था और मुझे इस बात की हैरानी है कि राहुल गांधी को कब से मराठी समझ आने लगी? उन्होंने किसी से मराठी समझ लेनी चाहिए थी. बिना समझे ही उन्होंने ट्विटर पर मेरा अभिनंदन भी कर दिया.नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री
क्या है पूरा मामला?
मराठी टीवी चैनल कलर्स पर एक रिएल्टी शो 4 और 5 अक्टूबर को प्रसारित हुआ था. इस शो की एक क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें गडकरी और बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर चर्चा कर रहे हैं. इसमें गडकरी ने कहा कि उनकी पार्टी को यकीन नहीं था कि वो सत्ता में आएगी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस क्लिप को शेयर किया है.
गडकरी ने कहा, ''हमें उम्मीद नहीं थी कि हम सत्ता में आएंगे. इसलिए हमें सलाह दी गई कि जनता से बड़े-बड़े वादे करो...अब हम सत्ता में आ गए हैं, तो लोग हमें हमारे वादे याद दिलाते हैं. लेकिन अब हम मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाते हैं.''
रियलिटी शो के एपिसोड के पहले भाग का हिस्सा' पॉलिटिक्स मीट्स सिनेमा' 4 अक्टूबर को प्रसारित हुआ था. दूसरा भाग 'कॉमिक बेंटर बिटविन नाना एंड नितिन' 5 अक्टूबर को टेलीकास्ट हुआ था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)