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बालाकोट में मारे गए आतंकियों की संख्या सिर्फ अनुमान- वीके सिंह

बीजेपी नेता वीके सिंह ने बालाकोट एयर स्ट्राइक का किया जिक्र

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पूर्व सेना प्रमुख और बीजेपी नेता वीके सिंह ने बालाकोट का जिक्र करते हुए कहा कि हमले में मारे गए आतंकियों का कोई आंकड़ा नहीं है. उन्होंने अमित शाह के उस दावे का भी जिक्र किया जिसमें शाह ने कहा था कि बालाकोट में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. वीके सिंह ने कहा कहा कि यह आंकड़ा सिर्फ एक अंदाजा था. उनका कहना है कि कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकियों की संख्या का अनुमान लगाया गया.

बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद बीजेपी के कई नेता और खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 300 से लेकर 300 आतंकियों के मारे जाने का दावा कर चुके हैं. हालांकि सेना की तरफ से कभी भी आतंकियों के मारे जाने का कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया
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NTRO रिपोर्ट का जिक्र

वीके सिंह ने इस मौके पर नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ) की रिपोर्ट का भी जिक्र किया. जिसमें बताया गया था कि बालाकोट में उस रात करीब 250 मोबाइल फोन एक्टिव थे. जिसके बाद अंदाजा लगाया गया कि एयर स्ट्राइक के दौरान यहां 250 आतंकी मौजूद थे. इसीलिए 250 आतंकियों के मारे जाने की बात कही गई थी.

भारत पाकिस्तान का दोस्त नहीं

वीके सिंह ने पाकिस्तान को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, 'अगर भारत कभी भी पाकिस्तान को अपना दोस्त मानेगा तो यह भारत की सबसे बड़ी कमजोरी होगी. मुझे बताया गया है राजस्थान के एक विपक्षी उम्मीदवार ने दावा किया है कि पाकिस्तान भारत के लिए खतरा नहीं है और इसलिए इसके साथ दुश्मन राष्ट्र की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए. लेकिन जो देश आतंकवाद का केंद्र होने के अलावा भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर करता है, उसे कभी भी दोस्त की तरह नहीं माना जा सकता. पाकिस्तान को दोस्त मानना भारत की सबसे बड़ी कमजोरी होगी.'

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जवान कभी राजनीति में नहीं फंसते

बीजेपी नेताओं के राजनीतिक बयानों में सेना और जवानों का जिक्र होने वाले मुद्दे पर वीके सिंह ने कहा, 'कांग्रेस कहती है कि बीजेपी सशस्त्र सेनाओं का राजनीतिकरण करती है. एक पूर्व सैनिक होने के नाते मैं यह विश्वास से कह सकता हूं कि भारतीय जवान कभी भी राजनीति में नहीं फंसते हैं. हमारे देश के जवान ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाते हैं और सरकार केवल उनके साहस की प्रशंसा करती है. अगर उनकी बहादुरी और साहस की प्रशंसा करना राजनीतिकरण करना है तो, इसका मतलब है कि कांग्रेस को पता नहीं है कि राजनीतिकरण क्या होता है.

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