गोवा सरकार शादी को लेकर एक अनोखा नियम लागू करने की तैयारी में है. इस नए नियम के मुताबिक गोवा में किसी को भी शादी करने से पहले एचआईवी टेस्ट कराना जरूरी होगा. गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि सरकार इस फैसले पर विचार कर रही है. विचार-विमर्श के बाद जल्द इसे लागू भी किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “हम गोवा में शादी के रजिस्ट्रेशन से पहले जोड़ों के लिए एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि यह अभी अनिवार्य नहीं है.” इस प्रस्ताव पर कानून विभाग की भी राय ली जा रही है.
मानसून सत्र में बनाएंगे कानून
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि इस कानून को मंजूरी दिए जाने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. फिलहाल कुछ विभागों में इसे भेजा गया है. जहां विचार-विमर्श के बाद कानून को लागू करने की तरफ कदम बढ़ाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि विभागाों से इसे मंजूरी मिलने के बाद हम राज्य विधानसभा के मॉनसून सत्र में कानून बनाएंगे. बता दें कि गोवा विधानसभा का मॉनसून सत्र 15 जुलाई से शुरू होगा.
पहले भी हुई थी पहल
गोवा में शादी से पहले एचआईवी की जांच वाले कानून को पहली बार नहीं लाया जा रहा है. इससे पहले 2006 में भी इसी तरह का प्रस्ताव सामने रखा गया था. तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री दयानंद नारवेकर ने एक प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें गोवा कैबिनेट ने विवाह से पहले एचआईवी परीक्षण को अनिवार्य बनाने वाले कानून को मंजूरी दी थी. हालांकि यह पूरी तरीके से लागू नहीं हो पाया था. अभी तक गोवा में ऐसी कोई भी व्यवस्था नहीं है.
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री के अलावा डिप्टी सीएम भी अपने एक बयान को लेकर चर्चा में हैं. विजय सरदेसाई ने कर्नाटक मामले को लेकर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस विधायकों की तुलना बंदरों से कर दी. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी में कई बंदर हैं, जो हमेशा कूदने को तैयार रहते हैं. हमने उनके बारे में मीडिया में पढ़ा है. उन्हें वहीं रहने दीजिए हम उन्हें अपने पाले में नहीं आने देंगे.'
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