गुजरात में कांग्रेस के 3 विधायकों को बुधवार को निलंबित कर दिया गया. दो विधायकों को अभूतपूर्व तरीके से 3 साल के लिए जबकि 1 विधायक को 1 साल के लिए निलंबित किया गया है. निलंबित किए गए विधायक साबरमती के आसाराम आश्रम में दो बच्चों की मौत के संबंध में चर्चा की मांग कर रहे थे.
विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने प्रताप दुधट और अमरीश डेर को 3 साल के लिए और बलदेव ठाकुर को सदन में हिंसक तौर पर प्रदर्शन के लिए निलंबित कर दिया है. इस सख्त कदम उठाने पर विपक्षी दल कांग्रेस के सभी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया.
क्या था मामला?
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक विक्रम मदाम ने 2008 में आश्रम में हुई दो बच्चों की मौत को लेकर सवाल किया जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप सिंह जडेजा सदन का वक्त बर्बाद करने पर चर्चा करना चाहते थे. इसके तुरंत बाद विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया.
कांग्रेस विधायक ने जानना चाहा कि क्या सरकार मामले की जांच क लिए गठित आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करेगी? लेकिन विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी?
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, "ये शर्मनाक घटना है जो गुजरात विधानसभा में कभी नहीं हुई. सदन में कांग्रेस विधायक विक्रम मदाम, प्रताप दुधट और अंबरीश डेर की हरकतें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं और विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह करने जा रहे हैं कि वे इसे मीडिया को दें."
(Source: IANS)
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