भारत को तो पहला राफेल मिल गया है लेकिन राफेल की ‘शस्त्र पूजा’ को लेकर वाद-विवाद छिड़ गया है. दरअसल, पहला राफेल रिसीव करते वक्त रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऊँ (ओम) लिखकर, नारियल चढ़ाकर और पहियो के नीचे नींबू रखकर राफेल की पूजा की. कांग्रेस की तरफ से कई नेताओं ने इस पर सवाल उठाए हैं. ऐसे में अमित शाह ने इसपर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को 'शस्त्र पूजा' तक से दिक्कत है.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में शस्त्र पूजा की. कांग्रेस को ये पसंद नहीं आया. क्या विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा नहीं की जाए. उन्हें ये सोचना चाहिए कि किस चीज की निंदा करें और किस चीज की नहीं.अमित शाह, गृह मंत्री
खड़गे पर बीजेपी का हमला
वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस को एयर फोर्स के मॉर्डनाइजेशन, भारतीय रीति रिवाज और परंपरा से दिक्कत है.
क्वात्रोची की पूजा करने वालों को शस्त्र पूजा से दिक्कत है और खड़गे जी बोफोर्स घोटाले के बारे में याद दिलाने के लिए धन्यवाद.बीजेपी
सीनियर कांग्रेस लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि सरकार ने राफेल की रिसीविंग को तमाशा बना दिया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से राफेल की पूजा की आलोचना करते हुए खड़गे ने कहा कि जब कांग्रेस सरकार ने बोफोर्स खरीदा था तो इस तरह का दिखावा नहीं किया था. हालांकि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि भारत में शस्त्र पूजा की पुरानी परंपरा है. दिक्कत यह है कि खड़गे नास्तिक हैं. पार्टी में उनकी तरह हर कोई नास्तिक नहीं हैं.
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