हरियाणा के गुरुग्राम में पिछले कई हफ्तों से हिंदू संगठन खुले में नमाज का विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर कई बार हालात तनावपूर्ण भी हो चुके हैं, जब हिंदू संगठनों ने नमाज वाली जगह पर पहुंचकर इसका विरोध किया. कई जगहों पर यही हालात देखने को मिले, लेकिन अब खुद सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने खुले में नमाज को लेकर बयान दिया है और इसे गलत बताया है.
खुले में ऐसी चीजें सहन नहीं की जाएंगीं - खट्टर
एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने खुले में नमाज का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि,
"कोई अपनी जगह पर नमाज पढ़ता है, कोई पूजा करता है, पाठ करता है उससे हमें कोई दिक्कत नहीं है. सभी धार्मिक स्थल इसीलिए बने होते हैं कि वहां जाकर करें. खुले में ऐसी चीजें नहीं करनी चाहिए. ये जो नमाज पढ़ने की प्रथा खुले में हुई है, ये कतई भी सहन नहीं की जाएगी. इसके लिए बैठकर समाधान निकाला जाएगा."
खट्टर ने आगे कहा कि, "उन्होंने भी कहा है कि कुछ जमीनें हैं जहां हमें बनाने की इजाजत दी जाए. या फिर अपने घर में नमाज पढ़ें खुले में नमाज पढ़कर आपसी टकराव नहीं होना चाहिए. जो स्थान दिए गए थे, हमने उन्हें वापस ले लिया है. अब नए सिरे से सारी बातचीत करके मामला सुलझाया जाएगा."
लंबे समय से चल रहा है विवाद
गुरुग्राम में प्रशासन की तरफ से मुस्लिमों को कई जगहों पर नमाज की इजाजत दी गई थी. लेकिन इसे लेकर कुछ हिंदू संगठनों ने प्रशासन को शिकायत दी और कहा कि इससे आम जनता को परेशानी होती है. इसके बाद इन संगठनों ने खुद नमाज स्थल पर जाकर नारेबाजी की और तनाव की स्थिति बनाने की कोशिश की.
यहां तक कि बीजेपी के कुछ नेताओं ने नमाज स्थल पर जाकर गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम भी रखा. इसके बाद से लगातार नमाज स्थल पर जय श्री राम के नारे और इसे हटाने को लेकर धमकियां मिलती रहीं. इस दौरान हिंदू संगठन के कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए.
अब तक सरकार इसे लेकर खुलकर कुछ नहीं कह रही थी, लेकिन अब खुद सीएम खट्टर ने हिंदू संगठनों के पक्ष में बयान दिया है और वही बात कही है जो ये संगठन करते आ रहे थे. सीएम का ये बयान पहले से ही लगातार कानून का उल्लंघन कर रहे इन संगठनों का मनोबल और ज्यादा बढ़ा सकता है.
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