हिमाचल प्रदेश राज्य के लिहाज से भले ही छोटा है, लेकिन वहां के राजनीतिक किस्से बहुत मशहूर हैं. क्या हुआ था जब एक बार जेपी नड्डा और नरेंद्र मोदी ने ‘नजरबंद मंत्री’ को छुड़वाया और कांग्रेस की सरकार गिर गई. हिमाचल प्रदेश के एक ऐसे मुख्यमंत्री भी हुए, जिन्हें सीएम पद से हटाकर दूसरे राज्य का गवर्नर बनाया गया तो उन्होंने वहां की भी सरकार गिरा दी. एक मुख्यमंत्री ने जब प्रदेश में हिंदी लागू करने की ठानी तो उनके मुख्य सचिव ने छुट्टी ले ली, और तो और हिमाचल को एक पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए जब वहां का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली पहुंचा तो उनमें से किसी को इंग्लिश नहीं आती थी, और जो उन्हें सुनने वाला था उसे हिंदी नहीं आती थी, तो आखिर उन्होंने एक दूसरे की बातों को कैसे समझा ये भी इस वीडियो में जानेंगे.
इन सियासी किस्सों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की पूरी राजनीति को भी समझेंगे. इसके लिए हमने बात की है, डॉ. शशिकांत शर्मा से, शशिकांत जी सीनियर जर्नलिस्ट हैं और उन्होंने करीब ढाई दशकों तक हिमाचल की राजनीति को कवर किया है. वो साल 2017 से 2020 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के सलाहकार भी रहे. फिलहाल, वो हिमाचल यूनिर्वसिटी में जर्नलिज्म विभाग के प्रोफेसर हैं.
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