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हैदराबाद में 39% मतदान, वोटिंग के दौरान BJP उम्मीदवार माधवी लता पर FIR, जानें पूरा मामला?

Hyderabad Lok Sabha Election: 2019 के चुनाव की तुलना में इस बार हैदराबाद में कम मतदान हुआ है.

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तेलंगाना (Telangana) की राजधानी हैदराबाद (Heyderabad) में राज्य के बाकी हिस्सों के मुकाबले सबसे कम मतदान हुआ है. हैदराबाद (Heyderabad Lok Sabha) में शाम 6 बजे तक 39% वोट डाले गए. हालांकि ये अंतिम आंकड़ा नहीं है इसमें अभी और बढ़ोतरी हो सकती है. बता दें, शहर के बहादुरपुरा में सबसे कम 34% और गोशामहल में सबसे ज्यादा 44% वोटिंग हुई.

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Hyderabad Lok Sabha Election: 2019 के चुनाव की तुलना में इस बार हैदराबाद में कम मतदान हुआ है.
  • साल 2019 के लोकसभा चुनाव में हैदराबाद में कुल 44.84% वोटिंग हुई थी, यानी इसकी तुलना में इस बार वोटिंग में कमी दिखाई दे रही है.

  • वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में हैदराबाद में 53.27% वोटिंग हुई थी.

  • 2009 के लोकसभा चुनाव में 52.5% वोटिंग हुई थी.

राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो वोटिंग परसेंट में गिरावट मतलब वोटर्स सांसद नहीं बदलना चाहते और इसका उलटा होने पर सांसद बदलना चाहते हैं. अब 2009 और 2014 के आंकड़े देखें तो ये बात सही साबित नहीं होती. ओवैसी ने 2009 में तो जीत दर्ज की ही थी बल्कि 2014 में भी जीत दर्ज की. 2019 में जब वोटिंग कम हुई तो ओवैसी ने ज्यादा मार्जिन के साथ जीत हासिल की.

हालांकि, इस बार चुनावी महौल में बदलाव है. बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदला है और माधवी लता को टिकट दिया है. माधवी को चुनावी अनुभव नहीं है लेकिन हैदराबाद में बीजेपी का वोट बेस उनकी मदद कर सकता है. बीजेपी कई दफे इस सीट पर दूसरे पायदान पर रह चुकी है. पीएम मोदी ने भी माधवी लता को प्रमोट किया है.

वहीं, दूसरी ओर चुनावी मैदान में ओवैसी की जीत का मार्जिन बढ़ा है. ऐसे में माधवी कितनी टक्कर दे पाती है ये तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे.

वोटिंग के दिन माधवी लता पर FIR

हैदराबाद में वोटिंग के दौरान माधवी लता पर आरोप लगा कि वो मुस्लिम महिलाओं का हिजाब हटा कर जांच कर रही थी जिसके बाद माधवी पर FIR दर्ज हो गई है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि वोटिंग के दौरान माधवी कुछ महिला वोटर्स से पहचान पत्र मांगती और फिर उनका नकाब हटाकर पहचान की जांच करती दिख रही हैं.

"मैं उम्मीदवार हूं. कानून के हिसाब से उम्मीदवार के पास ये अधिकार है कि वो बिना फेस मास्क के पहचान की जांच करे. मैं पुरुष नहीं हूं. मैं महिला हूं. मैंने विनम्रता के साथ उन महिलाओं से पूछा कि क्या मैं (चेहरा) देख सकती हूं और उसकी पहचान पत्र से जांच कर सकती हूं. अगर कोई इसका मुद्दा बनाना चाहता है तो इसका मतलब ये है कि वो डरा हुआ है."
बीजेपी उम्मीदवार, माधवी लता

माधवी ने आगे ये आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं.

उधर ओवैसी की पार्टी AIMIM ने सोशल मीडिया पर लिखा, "ये चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार मतदान केंद्र में मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित कर रही हैं और उनकी बॉडी शेमिंग कर रही हैं. महिला आयोग को एक्शन लेना चाहिए."

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