इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी.परमेश्वर की संपत्तियों पर कथित रूप से उनके और परिजनों के स्वामित्व वाले शिक्षण संस्थानों के जरिए कर चोरी के मामले में छापेमारी की. नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा,
“हमारे विभाग की जांच इकाई के अधिकारी बेंगलुरू ग्रामीण में तुमाकुरु और नेलामांगला में परमेश्वर द्वारा संचालित सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ एजुकेशन इंस्टीट्यूट में तलाशी व जब्ती अभियान चला रहे हैं.”
इसके अलावा कहा गया है कि कोलार और चिक्कबेलापुरा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आर.एल. जलप्पा के स्वामित्व वाले शैक्षणिक संस्थानों के कार्यालयों पर छापे मारे गए हैं.
इनकम टैक्स विभाग की जांच इकाई ने हालांकि आधिकारिक रूप से छापे की पुष्टि नहीं की है, परमेश्वर ने यहां पत्रकारों से कहा कि उनके परिवार ने उन्हें सूचित किया है कि तुमाकुरु में उनके कार्यालयों और आवासों पर छापे मारे गए हैं.
परमेश्वरा ने कन्नड़ में पत्रकारों से कहा,
“मुझे भी पता चला है कि आईटी अधिकारियों ने हमारे संस्थानों पर छापे मारे हैं. मुझे छापे से कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि वे किसी भी दस्तावेज का सत्यापन कर सकते हैं. उन्हें हमारे खिलाफ जांच करने दीजिए.”
परमेश्वर 14 महीने तक चली जेडी (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री थे और वह छह वर्षो तक पार्टी के प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
छापे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, "परमेश्वर, आर.एल. जलप्पा व अन्य के खिलाफ सिलसिलेवार आईटी छापे खराब इरादे के साथ राजनीति से प्रेरित हैं. वे केवल कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं को निशाना बना रहे हैं, क्योंकि नीति व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वे हमारा सामना करने में विफल रहे हैं. हम इस तरह की रणनीति से हिम्मत नहीं हारेंगे."
डोड्डाबालापुरा और चिक्कबेलापुरा शहरों में जलप्पा के रिश्तेदारों के आवासों और कार्यालयों पर भी छापे मारे गए और आयकर अधिकारियों ने वहां से महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं.
(इनपुट: IANS)
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