Opposition Party Meeting: 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी के नेतृत्व वाले NDA का मुकबला करने के लिए 26 विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम फाइनल हो गया है. इस गठबंधन को I-N-D-I-A (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के नाम से जाना जाएगा. बेंगलुरु बैठक में इस नाम पर मुहर लग गयी है.
"राहुल गांधी ने सुझाया 'INDIA' नाम"
एनसीपी नेता जितेंद्र अहवाद ने दावा किया है कि 'INDIA' नाम राहुल गांधी ने सजेस्ट किया था. NCP के जितेंद्र अहवाद ने ट्वीट कर लिखा, "राहुल गांधी ही थे जिन्होंने नाम सुझाया. उनकी क्रिएटिविटी की काफी सराहना की गई."
NDTV के सूत्रों के मुताबिक, वामपंथी दल चाहते थे कि 'गठबंधन' शब्द को बदलकर 'मोर्चा' कर दिया जाए, जबकि कुछ दल इस नाम में 'NDA' को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं थे.
सूत्रों के मुताबिक, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को मोर्चे का अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जाना तय है.
दो उपसमितियों का होगा गठन
सोनिया गांधी ने 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया.
इसके अलावा, दो उपसमितियां गठित की जाएंगी: एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम (CMP) और संचार बिंदुओं को अंतिम रूप देने के लिए, और दूसरी संयुक्त विपक्षी कार्यक्रमों, रैलियों और सम्मेलनों की योजना बनाने के लिए होगी.
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद शामिल रहे.
विपक्ष की बैठक के पहले दिन एनसीपी संरक्षक शरद पवार और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) नेता एचडी कुमारस्वामी शामिल नहीं हुए. हालांकि, शरद पवार मंगलवार (18 जुलाई) को बेंगलुरु पहुंचे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कुमारस्वामी बैठक में शामिल होंगे या नहीं.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "बीजेपी से लड़ने की इच्छाशक्ति और साहस रखने वाली सभी पार्टियों का स्वागत है."
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "समान विचारधारा वाले विपक्षी दल सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और राष्ट्रीय कल्याण के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे. हम भारत के लोगों को नफरत, विभाजन, आर्थिक असमानता और लूट की निरंकुश और जनविरोधी राजनीति से मुक्त करना चाहते हैं. यूनाइटेड वी स्टैंड, फॉर दिस इंडिया."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)