कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) इलाके में जाने से रोक दिया. कांग्रेस पार्टी के 15 सदस्यीय दल को डिमोलिशन साइट की तरफ नहीं जाने दिया गया. घटना स्थल पर जाने के प्रयास में जुटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि बिना नोटिस के अतिक्रमण हटाना अवैध है, उन्होंने कहा कि हम पीड़ितों से मिलने जहांगीरपुरी आए हैं, लेकिन पुलिस सहयोग नहीं कर रही है. हम यहां लोगों को यह बताने आए हैं कि इसे धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए.
वहीं कांग्रेस महासचिव और पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, देश का दुर्भाग्य है कि चुनी हुई सरकार संविधान से नहीं बुलडोजर से चलाई जा रही है. अब प्रजातंत्र को बुलडोजर के नीचे हर रोज रौंदा जा रहा है, अब कानून का शासन बुलडोजर के शासन में बदल दिया गया है, क्या इस देश में कोई कानून या संविधान बचा है?
दिल्ली में जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण पर नगर निगम के बुलडोजर पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. उत्तरी दिल्ली में स्थित जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी था. इस घटना नौ लोग घायल हो गए थे, पुलिस ने बाद में 24 लोगों को गिऱफ्तार किया था, जिसके बाद वहां दिल्ली नगर निगम की ओर से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई.
इस बीच कई राजनीतिक पार्टियों के जहांगीरपुरी में जाने का सिलसिला जारी है. पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल (टीएमसी) कांग्रेस ने भी कहा है कि शुक्रवार को टीएमसी के नेता भी जहांगीरपुरी पहुंचेंगे। गौरतलब है कि इस इलाके में खासी संख्या में बंगाली आबादी है.
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के अतिक्रमण पर रोक लगाने वाले फैसले के बाद वरिष्ठ सीपीएम नेता बृंदा करात जहांगीरपुरी पहुंची थीं और वहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बात की थी.
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