जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले के बाद यहां के नेताओं को लगातार अरेस्ट किया जा रहा है. हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के 200 से ज्यादा नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. अब जम्मू के एक और नेता को नजरबंद कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को हाउस अरेस्ट किया गया है.
कश्मीर के बाद पहली बार जम्मू में किसी नेता को हाउस अरेस्ट किया गया है. इससे पहले घाटी के ही कई नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया था. चौधरी लाल सिंह को उनके सरकारी आवास से बाहर आने की इजाजत नहीं है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार रात को चौधरी लाल सिंह के घर पर पुलिस तैनात कर दी गई और उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया. बताया गया है कि स्थानीय पुलिस ने एहतिहात के तौर पर पूर्व मंत्री को नजरबंद किया है. जम्मू-कश्मीर में किसी भी हालत से निपटने के लिए पुलिस तैयारियां कर रही है. जिसके तहत ऐसे नेताओं को घरों में ही गिरफ्तार किया जा रहा है, जो लोगों से जुड़े हैं और उनका स्थानीय समाज में काफी अच्छा बोलबाला है.
कश्मीर में कई बड़े नेता हैं घर में बंद
कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने से ठीक पहले से ही कई नेता हाउस अरेस्ट हैं. हाउस अरेस्ट होने वालों में महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा था कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में तानाशाही शासन लागू किया गया है न कि लोकतांत्रिक.अब्दुल्ला ने यहां तक कहा था कि मीडिया से बात करने के लिए वो दरवाजा तोड़कर बाहर आए हैं. हालांकि उनके इस बयान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था-
फारूक अब्दुल्ला जी अपने घर पर हैं. उन्हें नजरबंद नहीं रखा गया है. ना ही उन्हें किसी हिरासत में रखा गया है. वह स्वस्थ हैं, मौज-मस्ती में हैं...उनको नहीं आना है तो गन कनपटी पर रखकर बाहर नहीं ला सकते हम.
बता दें कि कश्मीर में सभी तरह की संपर्क सेवाएं बंद कर दी गई हैं. पिछले चार दिनों से कश्मीर में क्या हो रहा है, उसका पता लगाना काफी मुश्किल है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक घाटी में अब तक 200 से भी ज्यादा नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. कुछ रिपोर्ट्स में तो ये आंकड़ा 500 तक बताया जा रहा है. ज्यादातर लोगों को उनके ही घरों में अरेस्ट कर लिया गया है. किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.
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