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कश्मीर: राज्यपाल बोले- 15 अगस्त के बाद हटाए जाएंगे कुछ प्रतिबंध

इंटरनेट और फोन की सुविधा अभी कुछ और दिन रहेगी बंद

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जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद अब सभी एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर घाटी में हालात कब सामान्य होंगे? इस बड़े सवाल का जवाब अब खुद यहां के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया है. मलिक के मुताबिक 15 अगस्त के बाद से घाटी में रहने वालों को राहत मिल सकती है. इसके अलावा मलिक ने राहुल गांधी को लेकर भी फिर से बयान दिया है और इस बार उन्हें दिया गया न्योता वापस लेने की बात कही है.

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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को कश्मीर आने का न्योता दिए जाने पर कहा,

मैंने उन्हें कश्मीर आकर यहां के हालात देखने का न्योता दिया था. लेकिन उन्होंने आने के लिए अपनी कुछ शर्तें सामने रख दीं. वह प्रतिनिधि मंडल के साथ यहां आना चाहते थे. इसके अलावा वो नजरबंद नेताओं से भी मुलाकात करना चाहते थे. जो मुमकिन नहीं है. मैंने इन शर्तों के साथ कभी भी उन्हें न्योता नहीं दिया था. इसीलिए मैं अब यह न्योता वापस लेता हूं.
सत्यपाल मलिक, राज्यपाल- जम्मू-कश्मीर

मलिक ने कश्मीर में मौजूदा हालात के बारे में बात करते हुए कहा कि पिछले हफ्ते यहां 20 भारतीय टीवी चैनल आए थे. राहुल को उनसे भी बात करनी चाहिए. उनसे कश्मीर के हालात का जायजा लें और खुद की जानकारी बढ़ाएं.

स्वतंत्रता दिवस के बाद मिलेगी 'आजादी'?

इंटरव्यू में राज्यपाल मलिक ने कश्मीर में हालात सुधरने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के बाद से लोगों को आने जाने की इजाजत देने की कोशिश की जाएगी. धीरे-धीरे हालात सामान्य करने और कर्फ्यू हटाने का काम होगा. लेकिन फोन और इंटरनेट फिलहाल नहीं खुल सकते हैं. क्योंकि इन्हें एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इनसे लोगों को भटकाने और युवाओं को दंगे आदि के लिए इकट्ठा किया जा सकता है. जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं हम दुश्मन को कोई भी मौका नहीं दे सकते हैं. अगले एक हफ्ते या फिर 10 दिन बाद फोन और इंटरनेट सेवाएं खुल सकती हैं.

सत्यपाल मलिक ने उन सभी खबरों का भी खंडन किया, जिनमें कहा जा रहा था कि 15 अगस्त के दिन गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा फहराएंगे. उन्होंने कहा, ऐसा कुछ भी नहीं है. कश्मीर का लाल चौक कोई लाल किला नहीं है, जो गृहमंत्री यहां तिरंगा फहराएंगे.

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