पिछले दिनों कांग्रेस (Congress) के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू (Dhiraj Prasad Sahu) से जुड़े ओडिशा और झारखंड में कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की. अधिकारियों ने दावा किया कि इस दौरान कांग्रेस लीडर के ठिकानों से 300 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद हुआ. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, पचास बैंक अधिकारियों, 40 काउंटिंग मशीनों और पांच दिनों की गिनती के बाद 353.5 करोड़ रूपए कैश जब्त किए गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह बरामदगी भारत में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है, जिसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
अब तक एजेंसी ने संबलपुर, बोलांगीर, टिटिलागढ़, बौध, सुंदरगढ़, राउरकेला और भुवनेश्वर में छापे मारे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा में कैश की गिनती लगभग पूरी हो चुकी है. बलांगीर जिले में सबसे अहम वसूली देखी गई, जिसमें लगभग 305 करोड़ रूपए का पता चला है. संबलपुर और टिटलागढ़ क्रमशः 37.5 करोड़ रूपए और 11 करोड़ रूपए के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, भुवनेश्वर में चल रही छापेमारी की निगरानी करने वाले आयकर महानिदेशक संजय बहादुर ने कहा कि अधिकारी सक्रिय रूप से जब्त किए गए कैश से संबंध तलाश रहे हैं.
आयकर विभाग, बलांगीर में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की मुख्य शाखा में सभी नकदी को आज जमा करेगा. SBI के क्षेत्रीय प्रबंधक ने पुष्टि की है कि बैंक इस प्रोसेस के दौरान जनता के लिए सामान्य रूप से काम करता रहेगा.
SBI के क्षेत्रीय प्रबंधक, भगत बेहरा ने खुलासा किया कि टीमों ने 176 बैगों में से 140 के कैश की गिनती कर ली है, बचे 36 की गिनती आज होनी है.
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक SBI के क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि
"हमें 176 बैग मिले और उनमें से 140 की गिनती हो चुकी है, बाकी की गिनती आज की जाएगी. 3 बैंकों के अधिकारी गिनती के प्रोसेस में शामिल हैं और हमारे 50 अधिकारी शामिल हैं. लगभग 40 (मुद्रा गिनती) मशीनें यहां लाई गईं, 25 उपयोग में हैं और 15 को बैकअप के रूप में रखा गया है."
बता दें कि आयकर विभाग ने बौद्ध डिस्टिलरीज प्राईवेट लिमेटेड पर अपनी छापेमारी जारी रखी और अपना दायरा बढ़ाते हुए इसमें Baldev Sahu Infra Pvt Ltd को भी शामिल कर लिया, जो कथित तौर पर श्री साहू के परिवार से जुड़ी कंपनी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, विभाग को संदेह है कि बौद्ध डिस्टिलरीज (Boudh Distilleries) और संबंधित संस्थाओं पर छापे के दौरान बरामद नकदी का विशाल भंडार देशी शराब की बिक्री से उत्पन्न बेहिसाब आय का प्रतिनिधित्व करता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)