मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर खतरे के ऐसे बादल मंडरा रहे हैं, जो अब शायद सरकार गिरने के बाद ही छंटे. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस में खलबली मची हुई है. वहीं बीजेपी के नेता इसका जश्न मना रहे हैं. सिंधिया पर अब दोनों तरफ से रिएक्शन आने शुरू हो चुके हैं. कोई उन्हें मौकापरस्त बता रहा है तो कोई दिल से उनके स्वागत में ट्वीट कर रहा है.
सबसे पहले बीजेपी की बात करते हैं, सिंधिया के पार्टी छोड़ने को बीजेपी एक बड़े फायदे के तौर पर देख रही है. क्योंकि मध्य प्रदेश में जल्द कमल खिलता दिख सकता है. जानिए बीजेपी की तरफ से किन नेताओं ने सिंधिया पर रिएक्शन दिया.
राजस्थान की पूर्व सीएम और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट किया और सिंधिया का पार्टी ज्वाइन करने पर स्वागत किया. उन्होंने लिखा,
“आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो आपके इस निर्णय पर जरूर गर्व करती. ज्योतिरादित्य ने राजमाता जी द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देशहित में यह फैसला लिया है, जिसका मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों ही तौर पर स्वागत करती हूं.”वसुंधरा राजे
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और अगर सरकार गिरती है तो भावी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सिंधिया की जमकर तारीफ की. उन्होंने इस दौरान कहा कि कांग्रेस में सिर्फ महाराज (सिंधिया) ही लोकप्रिय थे. उन्होंने कहा,
“किसान से लेकर नौजवान तक इस सरकार से परेशान हैं और कोस रहे हैं. इसीलिए पीएम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास करते हुए राष्ट्र की सेवा के लिए सिंधिया ने बीजेपी को चुना है. मैं उनका बीजेपी में हृदय से स्वागत करता हूं.”
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी सिंधिया का पार्टी में स्वागत किया. उन्होंने कहा कि "सिंधिया जी का बीजेपी में स्वागत है. आपको भविष्य के सभी कामों के लिए शुभकामनाएं".
बीजेपी नेता और हरियाणा से रेसलर बबीता फोगाट ने सिंधिया के बहाने राजस्थान की गहलोत सरकार पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. बबीता ने अपने ट्वीट में लिखा,
“उधर पायलट ने भी #BJP सदस्यता वाले नंबर पर मिसकाल मार दी है.” इसके साथ उन्होंने गुप्त सूत्र वाला हैशटैग यूज किया.बबीता फोगाट
बीजेपी की तरफ से जहां सिंधिया के स्वागत में ट्वीट हो रहे हैं, वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी अब उन्हें शुभकामनाएं देना शुरू कर दिया है. कुछ नेता ऐसे भी हैं जो बीजेपी पर जोड़तोड़ का आरोप लगा रहे हैं.
सिंधिया को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अब चुप्पी तोड़ी है. राहुल ने उन आरोपों पर जवाब दिया, जिनमें कहा गया था कि सिंधिया ने उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया. इस पर राहुल ने कहा, "सिंधिया इकलौते कांग्रेस नेता हैं जो मेरे घर कभी भी आ सकते थे. सिंधिया और मैंने कॉलेज में एक साथ पढ़ाई की थी."
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी सिंधिया के जाने पर ट्वीट किया. सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के साथ कई सालों तक काम किया है. उन्होंने सिंधिया के अलावा मध्य प्रदेश बीजेपी नेताओं को भी बधाई दी. दिग्विजय ने लिखा,
“ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को भाजपा में शामिल होने पर बधाई. भाजपा के मप्र के नेताओं को भी मेरी हार्दिक बधाई.”दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता जीशान सिद्दीकी ने भी सिंधिया के पार्टी छोड़ने पर बयान दिया. उन्होंने ट्विटर पर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि "अब वॉशिंग पाउडर भूल जाइए, बीजेपी से संपर्क कीजिए. उनके पास एक स्पेशल वॉशिंग पाउडर है जो नेताओं को रातोंरात बदल देता है. बीजेपी लगातार कांग्रेस नेताओं को गालियां देती है और उन्हें भ्रष्ट बताती है, लेकिन जब वही नेता बीजेपी में शामिल होते हैं तो अचानक रातोंरात बेदाग हो जाते हैं."
राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सिंधिया पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि
“ऐसे मौकापरस्त लोगों को काफी पहले ही पार्टी छोड़कर चले जाना चाहिए था. कांग्रेस ने उन्हें 18 साल में काफी कुछ दिया. मौका आने पर उन्होंने मौकापरस्ती दिखाई है. लोग उन्हें सबक सिखाएंगे.”
बता दें कि सिंधिया ने मंगलवार होली के मौके पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद उन्होंने बुधवार को जेपी नड्डा की मौजूदगी मं बीजेपी का दामन थाम लिया. सिंधिया ने इस मौके पर कहा, “कांग्रेस पार्टी में वास्तिवकता से इंकार करने का रवैया है. जड़ता का वातावरण है. मध्य प्रदेश में हमने एक सपना पिरोया था जब एमपी में सरकार बनी थी. 18 महीने में हमने जो सपने देखे वो पूरे नहीं हो सके थे.”
एनसीपी नेता शरद पवार ने भी मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे पर बयान दिया. उन्होंने कहा, “हम इसका इंतजार कर रहे हैं कि क्या वाकई में सरकार गिरने जा रही है. लोगों को कमलनाथ के काम पर विश्वास है. मैं कांग्रेस की तरफ से नहीं बोल सकता हूं क्योंकि मैं पार्टी का सदस्य नहीं हूं. लेकिन मैंने सुना है कि एक अच्छे व्यक्ति को इसकी जिम्मेदारी दी जा रही है.”
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