हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव और दूसरे कई राज्यों के उपचुनावों में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इस मामले पर अपनी राय जाहिर की है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के साथ इंटरव्यू में सिब्बल ने कहा, ''देश के लोग, न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते. यह एक निष्कर्ष है.''
इसके अलावा सिब्बल ने कहा, ''अगर 6 साल तक कांग्रेस ने आत्ममंथन नहीं किया है तो हम अब आत्ममंथन के लिए क्या उम्मीद करें? हमें पता है कि कांग्रेस के साथ क्या गलत है. संगठनात्मक रूप से, हम जानते हैं कि क्या गलत है. मुझे लगता है कि हमारे पास सभी जवाब हैं.''
सिब्बल ने आगे कहा, ‘’कांग्रेस पार्टी खुद ही सारे जवाब जानती है. लेकिन वे उन जवाबों को स्वीकारने के इच्छुक नहीं हैं. अगर वे उन जवाबों को नहीं स्वीकारते हैं, तो ग्राफ में गिरावट जारी रहेगी.’’
सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस जमीन पर नतीजे नहीं दिखा रही है. इसके लिए उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए. उन्होंने कहा, ''पहले हमें बातचीत करनी होगी; अनुभवी दिमागों, अनुभवी हाथों के साथ, भारत की राजनीतिक वास्तविकताओं को समझने वाले लोगों के साथ, जो लोग जानते हैं कि मीडिया में क्या और कैसे स्पष्ट करना है, जो लोग जानते हैं कि लोगों तक कैसे बात पहुंचाई जाए... हमें सहयोगियों की जरूरत है, हमें लोगों तक पहुंचने की जरूरत है.''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ''हम अब लोगों से हमारे पास आने की उम्मीद नहीं कर सकते. हम उस तरह के बल नहीं हैं, जैसे पहले हुआ करते थे.''
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