बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ कद्दावर नेता और कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurapspa) के खिलाफ नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया है. बता दें कि 53 वर्षीय बेंगलुरु निवासी नाबालिग की मां ने गुरुवार 14 मार्च को बेंगलुरु के सदाशिवनगर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है.
FIR के अनुसार, POSCO अधिनियम की धारा 8 और IPC की धारा 354A (महिला पर हमला या आपराधिक बल) के तहत येदियुरप्पा पर मामला दर्ज किया गया है.
शिकायत में मां ने क्या कहा?
मां ने जो शिकायत दर्ज की है उसके अनुसार, 2 फरवरी को वह और उनकी बेटी व्यापारिक व्यवसाय से जुड़ी धोखाधड़ी के लिए वरिष्ठ राजनेता से मिलने गये थे और लड़की यौन उत्पीड़न से बची थी.
शिकायत के अनुसार, मां ने आरोप लगाया कि धोखाधड़ी के मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने के संदर्भ में येदियुरप्पा से संपर्क किया था.
उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा ने “मेरी समस्या सुनी” और लगभग 9 मिनट तक बात की.
“येदियुरप्पा जी ने मेरी समस्या को बहुत ध्यान से सुना और 9 मिनट की बातचीत के दौरान मैंने यह भी बताया कि मेरी बेटी बलात्कार पीड़िता है और फिर उन्होंने कहा कि उनको मामले के बारे में पहले से जानकारी है."शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता की मानें तो यह उनकी और उनकी बेटी की येदियुरप्पा से पहली मुलाकात नहीं थी और आगे कहा कि उसने उसकी नाबालिग बेटी को पांच मिनट के लिए एक कमरे में बुलाकर कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया.
शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाते हुए बताया कि येदियुरप्पा ने उससे घटना का खुलासा ना करने की धमकी दी थी.
शुक्रवार, 15 मार्च को मीडिया से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा:
“मुझे पता चला कि मेरे खिलाफ महिला ने शिकायत दर्ज कराई है. अक्सर मां और बेटी यहां आती थीं. एक बार जब वह रो रही थी, हमने उसे अंदर बुलाकर उसकी समस्याओं के बारे में पूछा. फिर मैंने पुलिस कमिश्नर (बेंगलुरु सिटी) को फोन करके उनकी शिकायत दर्ज करने को कहा और कमिश्नर के कार्यालय जाने के बाद उसने मेरे खिलाफ उपद्रव करना शुरू कर दिया.”द साउथ फर्स्ट के अनुसार
‘कांग्रेस के टूलकिट डिज़ाइन का हिस्सा'
द क्विंट से बातचीत के दौरान, कर्नाटक BJP के प्रवक्ता एमजी महेश ने कहा, “समय संदिग्ध है क्योंकि चुनाव नजदीक हैं, यह मामला कांग्रेस के टूलकिट डिजाइन का हिस्सा है."
उन्होंने कहा, "येदियुरप्पा जी एक दिग्गज नेता हैं, वह हजारों लोगों से मिलते हैं. यह जरूर है कि यह मामला धोखाधड़ी का है और स्पष्ट रूप से टूलकिट डिजाइन का हिस्सा है."
समाचार एजेंसी एनएनआई ने बताया कि इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि मामले में “कोई राजनीतिक कोण नहीं है, यह एक संवेदनशील मामला है क्योंकि इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं और मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई राजनीतिक पहलू है. अगर संकटग्रस्त महिला को सुरक्षा की जरूरत है तो दी जाएगी.''
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