कर्नाटक (Karnataka) में हिंदुत्ववादी संगठनों की मनमानी बढ़ी है. राज्य में इन संगठनों ने सांप्रदायिक (Communal violence) हिंसा तेज की है. दो महीनों के अंदर बेलगावी में अरबाज मुल्ला की हत्या, नंजनगुड़ में मंदिर तोड़ने की घटना को कवर कर रहे उर्दू पत्रकार पर हमला, मटन की दुकानों में तोड़फोड़ समेत कई घटनाएं हो चुकी हैं.
क्विंट आपके सामने हाल ही में कर्नाटक में हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ीं 10 बड़ी घटनाओं को रख रहा है.
बजरंग दल और और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता जबरदस्ती मंदिर में घुसे, भजन गाया
कर्नाटक के हुबली के बैरीदेवारकोप्पा में 17 अक्टूबर को धर्म परिवर्तन आरोप लगाकर चर्च में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता घुस गए और भजन गाने लगे. चर्च के पादरी समेत कुछ अन्य लोगों ने मारपीट का आरोप लगाया है.
मुस्लिम दंपत्ति की मीट की दुकान में तोड़फोड़
कर्नाटक के बेलगावी शहर के बाहरी हिस्से में एक मुस्लिम दंपत्ति की मीट की दुकान पर हिंदुत्व समूह ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की. इस दक्षिणपंथी समूह (अब तक अज्ञात ) ने इस दंपति को धमकी भी दी कि वो टाउन छोड़ कर चले जाएं.
इस समूह ने एक मंदिर के उद्घाटन के कारण सभी मीट बेचने वाली दुकानों को बंद करने को कहा है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक दुकान के मालिक अफसाना हसन साब खुरैशी ने दुकान बंद करने की टाइमिंग पर हामी भर दी और दुकान साफ करने के लिए अपने दो वर्कर को दोपहर में भेजा.
रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि,
“तभी उनमें से कुछ ने वर्कर पर हमला किया, मारपीट की और दुकान में तोड़फोड़ की. खबर लगने पर जब मैं अपने पति के साथ वहां गई तो उन्होंने धमकी दी कि वो हमें टाउन में नहीं रहने देंगे. उन्होंने पैसा उगाहने की भी कोशिश की."
टोपी पहनने पर मुस्लिम बच्चों से मारपीट
कर्नाटक के बागलकोट जिले में एक 14 साल के मुस्लिम बच्चे पर 15 लोगों के तब हमला किया जब वो प्राइवेट ट्यूशन क्लास में अपनी टोपी पहन कर बैठा था. टीचर ने कथित तौर पर मुस्लिम बच्चे के खिलाफ कुछ बोलकर बाकी हिन्दू बच्चों को भड़का दिया. जब दूसरे मुस्लिम क्लासमेट मदद करने के लिए आगे आए तो उनको भी मारा गया. पीड़ितों ने आरोप लगाया कि हमलवारों ने यह भी धमकी दी कि अगर पुलिस में शिकायत की जाती है तो वो चाकू मार देंगे.
स्टेन स्वामी मेमोरियल पर कॉलेज को धमकी
कथित तौर पर ABVP, VHP और बजरंग दल के सदस्यों द्वारा जारी ज्वाइंट स्टेटमेंट में कर्नाटक के मंगलुरु स्थित St. Aloysius College को धमकी मिली की अगर संस्था ने अपने कैंपस के पार्क का नाम पादरी और आदिवासी कार्यकर्ता स्टेन स्वामी के नाम पर रखते हैं तो ‘अप्रिय घटना’ हो सकती है.
अक्टूबर के शुरुआत में जारी यह खुली धमकी थी. इसके बाद कॉलेज ने अगली सूचना तक के लिए अपने इस कार्यक्रम को टाल दिया.
हिंदू जागरण वेदिका के लोगों का महिला और उसके पुरुष सहयोगी पर हमला
कर्नाटक के पत्तुर में महिला और उसके पुरुष सहयोगी पर हिंदू जागरण वेदिका के 2 सदस्यों ने इसलिए हमला कर दिया, क्योंकि उनमें से एक दूसरे धर्म का था.
स्थानीय अदालत से अपनी गाड़ी को छुड़ाने के लिए राजेश्वरी पुत्तुर गई थीं और वो अपने साथ अपने दो सहयोगियों- शिवा और मोहम्मद अराफात को ले गयी थी. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार उन तीनों पर 20 सितंबर को हमला किया गया. महिला से गाली- गलौच की गई और शिवा पर एक मुस्लिम से बात करने के लिए हमला किया गया.
पुलिस के पहुंचने से पहले हमलावरों ने फोटो खीचें और वीडियो भी रिकॉर्ड किया.
मंगलुरु में स्टूडेंट्स पर बजरंग दल का हमला
एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे विभिन्न धर्म के 6 दोस्तों पर बजरंग दल के सदस्यों ने तब हमला किया जब वो मालपे बीच घूमने गए थे.
हिंदुत्व ग्रुप ने कथित तौर पर लड़कियों को कार में परेशान किया और सवाल-जवाब किया कि वो दूसरे धर्म के लड़कों के साथ क्यों घूम रही हैं. यह घटना 28 सितंबर के कुछ दिन पहले हुई थी, जब संबंधित मामले का वीडियो वायरल किया गया.
मैसूरु में पत्रकार पर हमला
उर्दू अखबार के साथ काम करने वाले मोहम्मद सफदर कैसर पर 16 सितंबर को तब हमला किया गया जब वो मैसूरु में मंदिर गिराए जाने के खिलाफ हो रहे एक प्रोटेस्ट को कवर कर रहे थे.
सफदर कैसर विरोध स्थल पर हिंदू जागरण वेदिका के नेता जगदीश कारंथ का भाषण रिकॉर्ड कर रहे थें. उसी समय वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उन्हें वीडियो डिलीट करने को कहा और उनसे मार-पीट की.
हिंदू पुरुष और महिला के साथ मुस्लिम दोस्त पर बजरंग दल को आपत्ति
कर्नाटक के मंगलुरु के कदरी में तीन क्लासमेट आपस में बातचीत कर रहे थे जब बजरंग दल के 2 सदस्य बाइक पर आये और उन्हें घेर लिया. उन्होंने मुस्लिम युवक से इस मुद्दे को लेकर सवाल किया कि वह हिंदू लड़की से क्यों बात कर रहा है.
कथित तौर पर उन्होंने उसे मारा, गाली दी और जान से मारने की धमकी भी दी. यह घटना अक्टूबर की शुरुआत की है.
हिन्दू महिला के साथ घूमने पर मुस्लिम युवक को बजरंग दल ने घेरा
टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार हिंदू महिला के साथ कार में घूमने के कारण एक मुस्लिम युवक का बजरंग दल के सदस्यों ने पीछा किया और डराया-धमकाया. यह घटमा मूडबिद्री के बाहरी इलाके में 9 अक्टूबर को हुई थी. महिला को भी मुस्लिम युवक के साथ घूमने के कारण कथित तौर पर धमकाया गया.
करीब 6 से 8 लोगों के कार को रोक लिया और दोनों को गालियां दी. आरोपी को गिरफ्तार किया गया लेकिन बाद में अंतरिम जमानत दे दी गयी. बाहर आते समय एक स्थानीय बीजेपी विधायक उसके साथ था.
अरबाज मुल्ला की बर्बर हत्या
कर्नाटक के बेलगावी जिले में 24 वर्षीय अरबाज मुल्लाह की हत्या इसलिए कर दी गई क्योकि वो हिंदू महिला के साथ रिलेशनशिप में था. उसकी सर कटी और क्षत-विक्षत लाश मंगलवार, 28 सितंबर को रेलवे ट्रैक पर मिली. आरोप है कि उसकी हत्या श्री राम सेना हिंदुस्तान के सदस्यों ने की, जिन्हें कथित तौर पर महिला के परिवार ने पैसे दिए हैं.
क्या हमलावर खुली छूट का आनंद ले रहे हैं?
भगवा ब्रिगेड के कथित अपराधियों को सरकार में मौजूद सदस्यों से प्रोटेक्शन मिल रहा है. जब बेंगलुरु से एक वायरल वीडियो, जिसमें दो मुस्लिम पुरुषों ने मुस्लिम युवती के साथ घूमने पर एक हिंदू व्यक्ति के साथ मारपीट की थी, बात जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तक पहुंची तो उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि उनकी "सरकार इस तरह की घटनाओं से कड़ाई से निपटती है."
लेकिन दूसरी ओर हिंदुत्व चरमपंथियों ने जब मंगलुरु के पास मूडबिद्री में एक कार पर हमला किया और कथित तौर पर मुस्लिम ड्राइवर के साथ यात्रा करने के लिए पैसेंजर को जलाने की धमकी दी तो सीएम ने कहा कि ये एक "सामाजिक मुद्दा है और हमें समाज में नैतिकता की आवश्यकता है ”. उन्होंने कहा कि
“समाज में शांति और रिश्ते नैतिकता पर निर्भर हैं. जब नैतिकता नहीं होगी तो क्रिया और प्रतिक्रिया होगी. समाज के सिर्फ एक वर्ग की नहीं, बल्कि सभी पर जिम्मेदारी है."
यहां तक कि मूडबिद्री मामले में हिंदुत्व समूह के आरोपी सदस्यों को उसी शाम जमानत पर छोड़ दिया गया था और मूडबिद्री के बीजेपी विधायक उमानाथ कोटियन ने उन्हें जेल से बाहर आते समय रिसीव किया था.
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