कर्नाटक में सरकार का 'नाटक' जारी है. कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है, अब यहां कैबिनेट का दोबारा गठबन होगा. ऐसे में कर्नाटक में चल रहे सियासी उठापटक की 10 बड़ी बातें यहां जानिए-
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- कर्नाटक सरकार पर ये संकट 6 जुलाई को तब शुरू हुआ, जब सरकार पर अविश्वास जताते हुए कांग्रेस के 10 और जेडीएस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. तब से लेकर अब तक लगातार उठापटक चल रहे है.
- सरकार बचाने के लिए जेडीएस और कांग्रेस ने बागियों को मंत्री पद की पेशकश की है जिसे कथित तौर पर उन्होंने ठुकरा दिया है. अब सभी नजरें विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश पर टिकी हैं. वो मंगलवार को कांग्रेस के 10 और जद (एस) के तीन विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेंगे.
- सूत्रों के मुताबिक, मुंबई के एक होटल में ठहरे कांग्रेस विधायकों ने मंत्री पद की पेशकश ठुकरा दी है. उनका कहना है कि अब काफी देर हो चुकी है और वो बीजेपी में शामिल होंगे.
- सोमवार को ये संकट और बढ़ गया जब निर्दलीय नागेश ने लघु उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया.
- फिलहाल, कर्नाटक मंत्रिमंडल में कांग्रेस के सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा पार्टी के विधायक दल के नेता सिद्धारमैया को सौंप दिया. मंत्रियों ने ऐसा गठबंधन सरकार को बचाने के लिया किया है. जेडीएस के भी सभी मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. अब कैबिनेट का दोबारा गठन किया जाएगा.
- इस उठापटक से पहले कर्नाटक में 34 मेंबर्स की कैबिनेट थी. इसमें कांग्रेस के 22 मंत्री, जेडीएस के 10, केपीजेपी के एक और एक निर्दलीय मंत्री थे.इस बीच सीएम कुमारस्वामी ने कहा है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. मामले को सुलझा लिया गया है. सरकार आगे भी चलती रहेगी. वहीं कांग्रेस ने सोमवार शाम 7 बजे बैठक बुलाई है.
- इस विवाद की वजह जो 10 कांग्रेस के विधायक हैं जिन्होंने इस्तीफा दिया था, इनमें से 5 बेंगलुरु से हैं. ये सभी पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी माने जाते रहे हैं. पार्टी के सीनियर नेताओं ने पूरे प्रकरण में सिद्धारमैया की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं.
- कांग्रेस-जेडीएस इस विवाद के पीछे बीजेपी का हाथ बता रही है, वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कर्नाटक की स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने खुद अपनी पार्टी सदस्यों से इस्तीफा देने को कहा था और बहुत से वरिष्ठ नेताओं ने ऐसा किया.
- कर्नाटक में पिछले साल जब कांग्रेस-जेडीएस सरकार बनी तभी से दोनों पार्टियों के बीच कुछ न कुछ विवाद चलता आ रहा है. कांग्रेस के सिद्धारमैया और जेडीएस के कुमारस्वामी के बीच कई बार अनबन सार्वजनिक भी हुए.
- विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा (104) सीटें मिली थीं. बीजेपी के बहुमत साबित ना कर पाने के बाद कांग्रेस और जेडीएस साथ आकर कर्नाटक में सरकार चला रही हैं. कर्नाटक विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 का है. उपचुनाव में एक सीट जीतने के बाद बीजेपी के पास अभी 105 सीटें हैं.
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टॉपिक: राहुल गांधी सिद्धारमैया कर्नाटक
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