कर्नाटक (Karnataka) विधानसभा की 224 सीटों के चुनाव के लिए बीजेपी ने मंगलवार (11 अप्रैल) को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में बीजेपी ने 189 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया, जिसमें 8 महिला उम्मीदवारों का नाम भी शामिल हैं. लेकिन ये कौन हैं और किन सीटों से चुनाव लड़ रही हैं, आइये इनके बारे में विस्तार से बताते हैं.
1-शशिकला अन्नासाहेब जोले
बीजेपी ने शशिकला अन्नासाहेब जोले (Shashikala Annasaheb Jolle) को निप्पनी सीट (Nippani Assembly Seat) से मैदान में उतारा है. जोले 2013 से यहां से विधायक हैं और मौजदूा समय में कर्नाटक बसवराज बोम्मई सरकार में मंत्री हैं.
2019 में राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद, जब बीएस येदियुरप्पा की वापसी हुई तो उन्होंने जोले को अपनी कैबिनेट में शामिल किया था. वह राज्य की अकेली महिला मंत्री हैं. जोले के पति अन्नासाहेब भी चिक्कोडी-सदलगा सीट (बेलगाम जिला) से बीजेपी सांसद हैं.
निप्पनी सीट बेलगाम जिलें में आती है. चाणक्या के मुताबिक, 2011 की जनगणाना के अनुसार, यहां पर 16.57 % SC, 1.33% ST और 10.1% मुस्लिम मतदाता हैं. निप्पनी में 76.94% ग्रामीण मतदाता और 23.06% शहरी वोटर्स हैं. 2008 में यहां से कांग्रेस की जीत हुई थी.
2-रत्न विश्वनाथ ममानी
रत्न विश्वनाथ ममानी (Ratna Vishwanath Mamani) को बीजेपी ने सौंदत्ती येल्लम्मा (Saundatti Yellamma Assembly Seat) सीट से उतारा है. रत्न बीजेपी नेता और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर आनंद चंद्रशेखर ममानी की पत्नी हैं. आनंद का पिछले साल 23 अक्टूबर को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर होने की वजह निधन हो गया था. वो तीन बार विधायक चुने गये थे.
2018 में आनंद ने बीजेपी के टिकट पर सौंदत्ती येल्लम्मा सीट से चुनाव जीता था. उनके पिता चंद्रशेखर ममानी भी राजनेता थे. वो दो बार के विधायक थे. दुर्भाग्य से उनका भी डिप्टी स्पीकर रहते हुए ही निधन हुआ था.
आनंद पिता की तरह ही पहले JDS में थे, लेकिन 2008 में वो बीजेपी में शामिल हुए थे. आनंद के निधन के बाद सीएम बसवराज बोम्मई ने पिछले साल ऐलान किया था कि पार्टी सौंदली येल्लम्मा सीट रत्न को टिकट देगी.
बीजेपी को सौंदत्ती येल्लम्मा में 2018 में 40.65% वोट मिले थे. 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां 78.34 % हिंदू और 19.69% मुस्लिम, 0.08% ईसाई, 0.03% सिख, 0.01% बौद्ध और 1.61% जैन समुदाय की आबादी है. इस सीट पर 6.44% एससी और 2.98% एसटी की जनसंख्या है.
3-रूपाली संतोष नायक
कर्नाटक की कारवार सीट (Karwar Assembly Seat) से बीजेपी ने रूपाली संतोष नायक (Rupali Santosh Nayak) को टिकट दिया है. नायक कारवार सीट से सीटिंग MLA हैं. उन्हें 2018 में 37.69% वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे JDS के आनंद वसंत अस्नोटिकर को 28.90% मिला था. इस सीट पर 2013 में निर्दलीय संतेश सेल कृष्णा और 2008 में कांग्रेस के अस्नोतीकर आनंद वसंत ने जीत हासिल की थी.
कारवार सीट उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित है. यहां मराठा वोटर्स 12%, SC करीब 6.03%, 0.91% ST, 6.6% मुस्लिम मतदाता हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 56.77% और शहरी मतदाता लगभग 43.24% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में करवार में 73.77% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
4-शिल्पा राघवेंद्र
बीजेपी ने कर्नाटक की आरक्षति (ST) संदूर सीट (Sandur Assembly Seat) से शिल्पा राघवेंद्र (Shilpa Raghavendra) को टिकट दिया है. वो पहली बार चुनाव मैदान में उतरी हैं. पिछले तीन चुनाव (2008, 2013, 2018) में यहां से कांग्रेस के ई तुकाराम जीतते आये हैं. 2018 के चुनाव में बीजेपी यहां पर दूसरे नंबर रही थी.
संदूर सीट बेल्लारी जिले में स्थित है. यहां 18.23% SC, 25.02% ST और 11.5% मुस्लिम मतदाता हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 72.43% और शहरी मतदाता लगभग 27.57% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में संदूर में 74.62% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
5-के. पूर्णिमा श्रीनिवास
के. पूर्णिमा श्रीनिवास (K Poornima Srinivas) हिरियूर सीट (Hiriyur Assembly Seat) से विधायक हैं. बीजेपी ने श्रीनिवास को दोबारा इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है. 2008 और 2013 में यहां से डी.सुधाकर की जीत हुई थी. वो एक बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.
हिरियूर सीट चित्रदुर्ग जिले में स्थित है. यहां 25.07% SC, 9.8% ST और 10.8% मुस्लिम मतदाता हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या करीब 80.28% और शहरी वोटर्स लगभग 19.72% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में संदूर में 80.2% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
6-सुधा शिवराम
बीजेपी ने सुधा शिवराम (Sudha Shivaram) को नागमंगल सीट (Nagamangala Assembly Seat) से टिकट दिया है. पिछली बार यहां से JDS के सुरेश गौड़ा की जीत हुई थी. इस सीट पर कांग्रेस और जेडीएस का दबदबा रहा है.
नागमंगल सीट मांड्या जिले में स्थित है. यहां 12.97% SC, 1.19% ST और 8.6% मुस्लिम मतदाता हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या करीब 92.43% और शहरी वोटर्स लगभग 7.57% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में संदूर में 87.86% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
7-आशा थिम्मप्पा
बीजेपी ने पुत्तूर (Puttur Assembly Seat) से विधायक संजीव मतंदूर की जगह आशा थिम्मप्पा (Asha Thimmappa) को टिकट दिया है. संजीव का नाम एक कथित 'मोर्फ्ड' तस्वीर मामले में सामने आने के बाद उनका टिकट कट गया.
आशा पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं. इससे पहले आशा बेल्लारे और नेलयादी ग्राम पंचायतों की सदस्य चुनी गई थीं. वह जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.
दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थित पुत्तूर सीट पर SC की आबादी 9.8%, 9.29% ST और करीब 22% मुस्लिम हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या करीब 68.92% और शहरी वोटर्स लगभग 31.09% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में संदूर में 82.47% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
2018 और 2008 में यह सीट बीजेपी के खाते में आयी थी जबकि 2013 में कांग्रेस ने पुत्तूर से बाजी मारी थी.
8-भागीरथी मुरुइया
बीजेपी ने कर्नाटक की आरक्षित (SC) सुलिया सीट (Sullia Seat) से छह बार के विधायक और मंत्री एस अंगारा की जगह, नए चेहरे भागीरथी मुरुइया (Bhagirathi Muruiya) को टिकट दिया है.
सुलिया सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है. यहां 13.42% SC, 5.95% ST और 14.4% मुस्लिम मतदाता हैं. ग्रामीण मतदाताओं की संख्या करीब 91.94% और शहरी वोटर्स लगभग 8.06% हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में संदूर में 84.88% प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोटिंग होनी हैं जबकि 13 मई को नतीजे घोषित होंगे.
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