ADVERTISEMENTREMOVE AD

Karnataka Results:शेट्टार,सीटी रवि,निखिल कुमारस्वामी हारे,बड़े चेहरों की हार-जीत

Karnataka Election Result Live | बसवराज बोम्मई से डीके शिवकुमार तक मतगणना में बड़े नेताओं की क्या है स्थिती

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, एचडी कुमारस्वामी और जगदीश शेट्टार से लेकर डीके शिवकुमार और गली जनार्दन रेड्डी जैसे दिग्गजों के भाग्य का फैसला राज्य विधानसभा चुनावों (Karnataka Assembly Elections) की मतगणना लगभग पूरी हो रही है और अब तक तस्वीर साफ होती नजर आ रही है.

तो, कर्नाटक के कौन से बड़े नेताओं ने जीत दर्ज की है और वो कौन से चेहरे हैं, जिनकी हार हुई है. इस आर्टिकल के लिंक को संभाल कर रखें और नीचे दिए गए लाइव इंटरएक्टिव को देखें. हम नीचे दिए गए कर्नाटक के सभी प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों के नेताओं को कवर किया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(इंटरैक्टिव नीचे दिखाई देगा. अभी तक आपकी स्क्रीन पर लोड नहीं हुआ है तो कुछ सेकंड प्रतीक्षा करें)

कर्नाटक चुनाव 2023 में कुल 2,613 उम्मीदवार मैदान में हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी ने सभी 224 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए, 223 में कांग्रेस (मेलुकोटे में सर्वोदय कर्नाटक पार्टी का समर्थन), 207 में जेडी (एस) और 209 में AAP ने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. 133 में बीएसपी, 4 में CPI (M), 8 में JD (U), 2 में NCP ने उम्मीदवार उतारे तो 918 निर्दलीय कैंडीडेट भी मैदान में हैं.

चुनाव मैदान में 2,613 उम्मीदवारों में से 2,427 पुरुष, 184 महिलाएं और 2 अन्य हैं.

प्रमुख उम्मीदवार, उनके निर्वाचन क्षेत्र और विरोधी

  • मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान और JD (S) के उम्मीदवार शशिधर चन्नबसप्पा यालीगर से है.

  • पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी चन्नापटना से चुनाव लड़ रहे हैं, और उन्हें बीजेपी के सीपी योगेश्वर और कांग्रेस के गंगाधर से चुनौती मिल रही है.

  • एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस नेता सिद्धारमैया वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के वी सोमन्ना और जेडी(एस) की भारती शंकर से है.

  • कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार बीजेपी के आर. अशोक और JD (S) के नागाराजू के सामने मैदान में हैं.

  • कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार, जो बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आ गए थे, हुबली-धारवाड़ मध्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके विरोधियों में बीजेपी के महेश तेंगिनाकाई और JD(S) के सिद्दालिंगेशगौड़ा महंतवडेयार हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस चुनाव में बड़े खनन कारोबारी गली जनार्दन रेड्डी ने अपनी पार्टी कल्याण राज्य प्रगति पक्ष बनाई है. इससे पहले वह बीजेपी का हिस्सा थे. वह गंगावती में कांग्रेस के इकबाल अंसारी, बीजेपी के परन्ना मुनवल्ली और JD(S) के एचआर चन्नाकेशव के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और स्टार उम्मीदवार बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा में बीजेपी के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के जीबी मलतेश से है.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला बीजेपी के मणिकांत राठौड़ और JD(S) के सुभाष चंद्र राठौड़ से है.

बीजेपी के पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी, जो बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे, अथानी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ बीजेपी के महेश कुमथल्ली और JD(S) के शशिकांत पदसालगी मैदान में हैं.

चिकमंगलूर से चार बार विधायक रहे बीजेपी के सीटी रवि अपनी परंपरागत सीट से दूसरी बार विधायक बनने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने एचडी थम्मैया को मैदान में उतारा और JD(S) ने रवि को लेने के लिए थिम्माशेट्टी को मैदान में उतारा है.

रामनगर में, JD(S) ने पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को मैदान में उतारा है. निखिल अपना पहला चुनाव (2019 का आम चुनाव) मांड्या से हार गए थे. इस बार उनका मुकाबला बीजेपी के गौतम गौड़ा और कांग्रेस के इकबाल हुसैन से है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

2023 कर्नाटक विधानसभा चुनाव

2023 कर्नाटक चुनाव में 224 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान 10 मई को एक ही चरण में हुआ था. चुनाव आयोग के अनुसार, कर्नाटक में कुल 5,21,73,579 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें से 2.62 करोड़ पुरुष और 2.59 करोड़ महिला मतदाता हैं.

2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने 104 सीटें, कांग्रेस ने 80 और JD(S) ने 37 सीटें जीती थीं. अनुभवी बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा ने सबसे बड़ी पार्टी के नेता के रूप में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन उन्हें 72 घंटे के भीतर पद छोड़ना पड़ा था क्योंकि बीजेपी बहुमत संख्या तक नहीं पहुंचन पाई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कांग्रेस और JD(S) ने चुनाव के बाद गठबंधन में हाथ मिलाया और सरकार बनाई, लेकिन 2019 में, JD(S) गठबंधन के एक दर्जन से अधिक विधायकों के इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बीजेपी सत्ता में गई और येदियुरप्पा फिर से मुख्यमंत्री बने. 2021 में, बीजेपी ने उन्हें हटाकर बसवराज बोम्मई को सीएम बना दिया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×