केरल (Kerala) से देश में सबसे अधिक COVID के मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद राज्य में एक बार फिर सख्त लॉकडाउन के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने लॉकडाउन से साफ इनकार कर दिया है.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लगाना "अर्थव्यवस्था और आजीविका के लिए एक बड़ा संकट पैदा करेगा." साथ ही उन्होंने घोषणा की कि कोविड से निपटने के लिए सरकारी अधिकारियों, स्वयंसेवकों और आम लोगों की पड़ोस (Neighbourhood) निगरानी समितियों का गठन किया जाएगा.
लोकल बॉडी के अधिकारियों से बात करते हुए उन्होंने कहा,
कोई भी पूरे राज्य में लॉकडाउन जैसे उपायों का समर्थन नहीं करता है. यह अर्थव्यवस्था और आजीविका के लिए एक बड़ा संकट पैदा करेगा. विशेषज्ञों की राय है कि हमें सामाजिक एंटीबॉडी बनाकर वापस सामान्य होने की जरूरत है. सावधानी से समझौता नहीं किया जाना चाहिए."
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि टेस्ट पॉजिटिविटी दर 18 से 20 प्रतिशत के बीच रही फिर भी केरल मृत्यु दर 0.5 प्रतिशत रखने में सक्षम रहा.उन्होंने आगे कहा कि "जो लोग घरों में क्वारंटीन में हैं उन्हें बाहर नहीं जाना चाहिए, ऐसे व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया जाएगा.
गौरतलब है कि केरल से हर रोज देश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. बीते 24 घंटे में केरल से कोरोना के 29,322 नए मामले सामने आए जबकि 131 लोगों की मौत हुई है.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थानीय देखभाल ही सबसे ऊपर है. पड़ोस (Neigbourhood) मॉनिटरिंग कमेटी, रैपिड रिस्पांस टीम, वार्ड लेवल कमेटी, पुलिस और मजिस्ट्रेट के निर्देशों के आधार पर ही कोरोना प्रतिबंध लागू होने चाहिए.
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