ADVERTISEMENTREMOVE AD

डॉक्टरों के समझाने के बाद अब फिर से लंच करने को तैयार हुए लालू

चुनाव नतीजों के आने के बाद बेचैन हो गए थे लालू

story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने फिर से लंच करना शुरू कर दिया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाले के चार मामलों में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी की भारी जीत के बाद लंच करना बंद कर दिया था. 23 मई को आम चुनावों के परिणाम आए जिसमें आरजेडी को इतिहास की सबसे करारी हार मिली जिससे नाराज लालू ने लंच बंद कर दिया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
रांची में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि लालू ने 24 और 25 मई को दोपहर में भोजन नहीं किया था. लेकिन बाद में समझाने पर उन्होंने रविवार से फिर से लंच करना शुरू कर दिया है

चुनाव नतीजों के बाद बेचैन हो गए थे लालू

रांची के एम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव के डॉक्टरों की टीम ने यह जानकारी दी थी कि 24 और 25 मई को लालू ने दोपहर में भोजन नहीं लिया. लेकिन उन्हें जब समझाया गया कि दवाइयां लेने के लिए भोजन जरूरी है तो वह सामान्य रुटीन के हिसाब से खाना खा रहे हैं. वह अपना भोजन और दवा ले रहे हैं और उनका स्वास्थ्य भी ठीक है।

डॉक्टरों के मुताबिक चुनाव नतीजों के बाद लालू को अपने वार्ड में बहुत ज्यादा बेचैन देखा गया और उन्हें नींद न आने की भी शिकायत थी.

चुनाव में आरजेडी का खाता तक नहीं खुला

2019 लोकसभा चुनाव में आरजेडी की सबसे करारी हार हुई है. लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को इस बार के आम चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली है. उसका न सिर्फ झारखंड में सूपड़ा साफ हो गया बल्कि बिहार में भी उसकी बहुत बुरी स्थिति रही.

बिहार में लालू की पार्टी के महागठबंधन को 40 में से सिर्फ एक सीट मिली. वह सीट भी कांग्रेस ने जीती. झारखंड में लालू के महागठबंधन को सिर्फ दो सीटें मिलीं जिनमें से राजमहल की सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा और सिंहभूम की सीट कांग्रेस के खाते में गई.

हाल के सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब लोकसभा में लालू की पार्टी से कोई भी सांसद नहीं होगा.

लालू प्रसाद यादव 23 दिसंबर, 2017 से चारा घोटाले के तीन मामलों में 14 साल के सश्रम कारावास की सजा पाने के बाद से रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं. उनकी जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट तक से खारिज हो चुकी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×