कोरोना वायरस महामारी का असर संसद के कामकाज पर भी पड़ा है. ऐसे में अब लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आग्रह किया कि कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए सदस्यों को संसद की कार्यवाही में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने की अनुमति दी जाए.
अधीर रंजन ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जैसा किया जा रहा है, उसी तरह किसी ऐप का लिंक सांसदों को मुहैया कराया जाना चाहिए, जिससे जो सांसद सदन में मौजूद हैं वो अपनी बात फिजिकली रख पाएं और जो मौजूद नहीं हैं वो ऐप के जरिए अपनी राय दिए गए समय में रख सकें.
उन्होंने लिखा है कि कोरोना वायरस संक्रमण थमते हुए नहीं दिख रहा है, अबतक 50 हजार से ज्यादा मौत हो चुकी हैं. अब जब देश में सितंबर के महीने में रोजाना 70 हजार कोरोना के मामले सामने आ रहे होंगे तो आपको इस बात पर बिलकुल गौर करना चाहिए और इसपर अमल करना चाहिए.
बता दें कि केंद्र सरकार से अब तक कोई लिखित सूचना नहीं होने के कारण, दोनों संसदीय सचिवालय के अधिकारी अभी तक संसद के मानसून सत्र के शुरू होने की तारीख के बारे में निश्चित नहीं हैं, हालांकि वो सितंबर के दूसरे सप्ताह में सत्र शुरू होने की उम्मीद करते हैं, क्योंकि इसे 22 सितंबर या उससे पहले शुरू किया जाना है.
दरअसल, अंतिम बजट सत्र 23 मार्च को खत्म हो गया था, और इसलिए भारत के संविधान के आदेशपत्र के अनुसार, दो सत्रों के बीच अधिकतम छह महीने का अंतर 22 सितंबर को समाप्त होता है.
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