मध्य प्रदेश में विधायकों खरीद-फरोख्त के बीच कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफा दे दिया है, डंग ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है. पिछले दिनों राज्य के 10 विधायक गायब हो गए थे, कांग्रेस ने बीजेपी पर इन विधायकों को बंधक बनाए जाने का आरोप लगाया था. इनमें से छह विधायक वापस लौट आए थे, चार विधायक अब भी भोपाल नहीं लौटे है. डंग ने गुरुवार की रात को विधानसभाध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति को इस्तीफा भेज दिया है.डंग का आरोप है कि वे मंदसौर जिले के सुवासरा से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं, मगर उनकी बात कोई मंत्री और अधिकारी नहीं सुन रहा है. इससे परेशान होकर वह इस्तीफा दे रहे हैं.
डंग के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उन्हें इस्तीफे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है.
मुझे अभी तक उनसे कोई पत्र नहीं मिला है और न ही इस मामले पर चर्चा की गई है. जब तक मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से नहीं मिलूंगा तब तक इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.
बता दें कि मध्य प्रदेश की राजनीति में 3 मार्च आधी रात को कमलनाथ की सरकार अचानक संकट में आ गई जब कांग्रेस सरकार को समर्थन देने वाले करीब 10 विधायक गुरुग्राम के होटल में पहुंच गए. कांग्रेस पहले से ही आरोप लगा रही है कि बीजेपी कांग्रेस की सरकार गिराना चाहती है और विधायकों की खरीद फरोख्त में लगी है. लेकिन बीजेपी ने इन आरोपों से इनकार किया है.
मध्य प्रदेश विधानसभा का गणित
मध्यप्रदेश में कुल विधायकों की कुल संख्या 230 है. फिलहाल दो विधानसभा सीटें खाली हैं. मतलब अभी कुल सीटें हैं 228. यानी राज्य में किसी सरकार को बहुमत के लिए चाहिए 115 सीटें. कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं और बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. अब बचे हुए सात विधायकों में से 4 निर्दलीय विधायक हैं. दो विधायक बीएसपी के हैं और एक विधायक SP का है. कांग्रेस 121 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही है.
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