BJP first list of candidates for Madhya Pradesh: बीजेपी ने गुरुवार, 17 अगस्त को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की. भारतीय चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा से काफी पहले ही बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है.
पार्टी की ओर से यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के ठीक एक दिन बाद आई है. केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी के चुनावी उम्मीदवारों के चयन और चुनाव रणनीतियों की तैयारी के लिए निर्णय लेने वाली बॉडी है.
पार्टी ने 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश के लिए कुल 39 उम्मीदवारों की घोषणा की है. आइए इस लिस्ट पर बारीकी से नजर डालकर देखते हैं कि यह लिस्ट बीजेपी की किस रणनीति की तरफ इशारा कर रही है? और पहली लिस्ट में किस जाति पर फोकस किया गया है.
मध्य प्रदेश: पहली लिस्ट पर एक नजर
MP: पहली लिस्ट में कितने पुरुष और कितनी महिलाओं को जगह?
मध्य प्रदेश के लिए पहली लिस्ट में घोषित 39 उम्मीदवारों में से 5 महिलाएं हैं जबकि 34 पुरुष उम्मीदवारों को जगह दी गयी है.
MP: पहली लिस्ट में किस जाति के उम्मीदवारों को मौका?
मध्य प्रदेश के लिए, पार्टी ने पहली लिस्ट में 39 उम्मीदवारों में से आठ अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों और 13 अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को चुना है.
MP: उम्मीदवारों में से कितने पिछले चुनाव में हारे थे?
बीजेपी की पहली लिस्ट में जगह पाने वाले 39 उम्मीदवारों में से 14 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने पिछली बार भी विधानसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
बड़े नामों पर नजर
बीजेपी ने भोपाल जिले की दो सीटों के लिए भी उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें भोपाल मध्य से ध्रुव नारायण सिंह और भोपाल उत्तर से आलोक शर्मा को मैदान में उतारा गया है.
ब्राह्मणों पर अपनी टिप्पणी को लेकर 2022 में एमपी बीजेपी से निकाले गए प्रीतम सिंह लोधी को पिछोर विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है. मार्च 2023 में उनकी पार्टी में वापसी हुई थी.
पार्टी ने चुनावों की घोषणा के पहले ही लिस्ट जारी क्यों की?
इसकी एक वजह यह हो सकती है कि आलाकमान चुनावों से बहुत पहले ही पार्टी के अंतरकलह को भाप लेना चाहता हो ताकि उन्हें समय से पहले पहचाना और हल किया जा सके.
मध्य प्रदेश में जिन 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई, उनमें से ज्यादातर वे सीटें हैं, जिसपर बीजेपी 2018 के साथ-साथ 2013 में भी हारी थी.
इस साल की शुरुआत में भगवा पार्टी को पहले ही कर्नाटक चुनाव में झटका लग चुका है. ऐसे में पार्टी एक और हार का रिस्क नहीं लेना चाहती. वो भी तब जब विपक्षी गठबंधन INDIA अपने शुरूआती दौर में है और बीजेपी की हार उसके मनोबल को ऊंचा कर सकता है.
गौरतलब है कि इस साल के अंत में राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के साथ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं.
पिछले MP विधानसभा चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन
2018 के राज्य चुनावों में, बीजेपी ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश दोनों में सत्ता खो दी. लेकिन वह एक साल से अधिक समय के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने में सफल रही. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में से केवल 15 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 68 सीटें मिलीं. दूसरी तरफ 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी को 109 जबकि कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी.
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