महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस की है. कांफ्रेंस में उद्धव ने कई मुद्दों पर बातचीत की और मीडिया के सवालों के जवाब भी दिए . लेकिन जब उद्धव से गृह मंत्रालय के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कोई साफ जवाब नहीं दिया.
उद्धव ठाकरे से पूछा गया था कि क्या गृह मंत्रालय शिवसेना के पास रहेगा या एनसीपी के खाते में चला जाएगा. इसके जवाब में ठाकरे ने कहा, “किसी के पास भी रहे क्या फर्क पड़ेगा? अगर एनसीपी के पास रहेगा तो कुछ होगा क्या? हमें साथ मिलकर सरकार चलानी है.”
ऐसी खबरें चल रही हैं कि विभागों के बंटवारे को लेकर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस में अंदर ही अंदर कुछ खटपट चल रही है. ऐसा देखा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे का प्रेस कांफ्रेंस में जवाब इसी खटपट को लेकर था. इसके अलावा पार्टी के सांसद संजय राउत ने भी इस मामले में बयान दिया है.
लोगों को समझना चाहिए कि हमारे पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं. ये सरकार तीन पार्टियों की है और तीनों में ही योग्य लोग हैं. हमारे लोगों को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए. ये खुशी की बात है कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं.संजय राउत
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार
सरकार गठन के करीब एक महीने बाद ठाकरे सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के कई विधायकों ने मंत्रीपद की शपथ ली. इस दौरान एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्मयंत्री पद की शपथ ली.
उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.
इस मंत्रिमंडल विस्तार में महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेता पृथ्वीराज चव्हाण को शामिल नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि पार्टी उन्हें इसकी जगह कोई अन्य पद दे सकती है. हालांकि कैबिनेट में जगह नहीं मिलने के चलते चव्हाण खेमे में नराजगी बताई जा रही है
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