महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना में ढाई-ढाई साल की डील हो गई है. फॉर्मूले के मुताबिक चुनाव जीतने के बाद बीजेपी और शिवसेना बारी-बारी से ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद शेयर करेंगी. पहले कहा गया था अमित शाह की ओर से बीजेपी को ही सीएम पद देने पर जोर देने से शिवसेना नाखुश थी. लेकिन बाद में शिवसेना यूथ विंग के सचिव ने ट्वीट करके सफाई दी कि दोनों के बीच इसे लेकर तनाव की खबर गलत है.
लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के वक्त दोनों पार्टियों में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद आधे-आधे वक्त तक सीएम पद पर रखने की सहमति बनी थी. लेकिन इधर, नई दिल्ली में बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में अमित शाह की ओर से सीएम पद बीजेपी के पास ही रखने पर जोर देने की खबरें आईं. इससे शिवसेना में नाराजगी की चर्चा थी. लेकिन शिवसेना की युवा सेना सचिव वरुण सरदेसाई ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना के प्रेसिडेंट उद्धव ठाकरे के बीच बनी सहमति के आधार पर दोनों पार्टियां ढाई-ढाई साल तक सीएम पद शेयर करेंगी. जो लोग इस गठबंधन को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं वही मतभेद की खबरें फैला रहे हैं.
बीजेपी ने पेश किया था 133-133 सीटों का फॉर्मूला
हालांकि पिछले सप्ताह रेवेन्यू मिनिस्टर चंद्रकांत पाटिल ने एक फॉर्मूला पेश कर कहा था कि शिवसेना-बीजेपी को 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए. लेकिन कहा जा रहा है कि शिवसेना के सीनियर लीडर इससे खुश नहीं थे. उनका कहना था कि बीजेपी का ये फॉर्मूला उन्हें मंजूर नहीं है. पहले शिवसेना और बीजेपी के बीच 144-144 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला हुआ था. महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं.
लोकसभा चुनावों में शिवसेना और बीजेपी मिल कर लड़े थे. राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से दोनों दलों को 41 सीट मिली. बीजेपी ने 23 सीटें जीती थीं और शिवसेना ने 18. वोट फीसदी की बात करें तो बीजेपी को कुल 27.6 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे, जबकि शिवसेना को 23.3 फीसदी वोट हासिल हुए थे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)