सावरकर पर चल रही सियासत के बीच शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सावरकर पर उनका रुख पहले जैसा ही है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नागपुर में कहा, "हमारी सरकार (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन) कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) के आधार पर काम कर रही है, न कि विचारधारा के आधार पर. सावरकर पर हमारा रुख पहले जैसा ही है."
हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम सावरकर के विचारों के खिलाफ है. इसके अलावा ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट CAA पर क्या तय करता है, हम पहले ये देखेंगे, फिर अपना रुख तय करेंगे.
बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है. लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन के बाद से ही शिवसेना विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं. वहीं राहुल गांधी के 'मैं सावरकर नहीं' वाले बयान का विरोध के बाद से भी शिवसेना निशाने पर है.
बीजेपी की शिवसेना से मांग, ‘सत्ता या सावरकर में किसी एक को चुने’
बीजेपी ने रविवार को कहा कि सावरकर का अपमान करने के लिए देश कभी भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को माफ नहीं करेगा. उन्होंने शिवसेना को सत्ता या स्वतंत्रता सेनानी में से किसी को एक को चुनने की मांग की. बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस नेता पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सावरकर की राहुल गांधी से कोई तुलना नहीं है, जिन्होंने उपनाम भी ‘‘उधार’’ में लिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘(राहुल) गांधी का सावरकर के अपमान पर विरोध के लिए ट्वीट करने से कुछ नहीं होगा. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपना रुख तय करना होगा कि उन्हें कांग्रेस के साथ सत्ता में साझेदारी करनी है जिसने राष्ट्रीय नायक का अपमान किया या वह स्वतंत्रता सेनानी के साथ हैं.’’
बता दें, शनिवार को कांग्रेस की दिल्ली में आयोजित ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर बीजेपी की ओर से माफी की मांग को खारिज करते हुए कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, न कि राहुल सावरकर और वह कभी सच कहने पर माफी नहीं मांगेंगे.’’
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