महाराष्ट्र चुनाव के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच हुए समझौते पर अब उद्धव ठाकरे ने जवाब दिया है. शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने कम सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि जो पार्टी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ने की सोच रहे थे, उनके लिए मैं माफी मांगना चाहता हूं.
शिवसेना और बीजेपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर हुए समझौते के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे ने रिएक्शन दिया. उन्होंने मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को संबोधित करते हुए कहा,
“गठबंधन में समझौता हुआ. समझौता होता है तो कुछ मिलता है और कुछ हम गंवाते हैं. मिलने से जिन्हें खुशी है उन्हें धन्यवाद. लेकिन कई जगहों से जो तैयार थे, उन्हें सीट नहीं मिली मैं व्यक्तिगत तौर पर उनसे माफी मांगता हूं. महाराष्ट्र के शिवसैनिकों से माफी मांगता हूं, जिन्हें सीट नहीं मिली. लेकिन ध्यान रहे कि आपकी ताकत कभी कम न हो. जब शिवसेना प्रमुख ने शिवसेना की स्थापना की थी तो गठबंधन या चुनाव के लिए नहीं बल्कि महाराष्ट्र की जनता के लिए की थी.”उद्धव ठाकरे
शिवसेना ने आखिरकार किया समझौता
महाराष्ट्र में विधासनभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को लेकर जद्दोजहद शुरू गई. इसी बीच कई बार शिवसेना की तरफ से कहा गया कि वो बीजेपी के बराबर सीटों पर ही चुनाव लड़ेंगे. लेकिन बीजेपी ने ऐसा करने से सीधा इनकार कर दिया. जिसके बाद शिवसेना ने नरमी दिखाते हुए सीट शेयरिंग पर समझौता कर लिया. महाराष्ट्र में अब शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. वहीं बीजेपी अपने 150 उम्मीदवार मैदान में उतारेगी.
हाल ही में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री पद को लेकर बयान दिया. जिसे लेकर एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया. उद्धव ठाकरे ने अपने पिता को दिए वचन को याद करते हुए कहा था, “मैंने बाला साहेब ठाकरे को वचन दिया था कि एक दिन महाराष्ट्र में कोई शिवसैनिक मुख्यमंत्री पद पर बैठेगा.” बाद में उनके इस बयान के कई मायने निकाले जाने लगे.
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