महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य बन चुका है जहां हर पल सियासी समीकरण बदल रहे हैं. अब कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना के साथ सरकार बनाने के लिए लगभग तैयार हो चुके हैं. लेकिन अब एक और बहस छिड़ गई है. बहस इस बात को लेकर है कि महाराष्ट्र में सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा? शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का नाम इसके लिए सबसे आगे चल रहा था, लेकिन अचानक से शिवसेना के तेज तर्रार नेता संजय राउत का नाम भी सामने आ रहा है.
उद्धव ठाकरे के बाद दूसरे नंबर पर संजय राउत को बतौर सीएम देखा जा रहा है. चर्चा ये भी है कि अगर उद्धव ठाकरे सीएम पद पर बैठने से इनकार करते हैं तो संजय राउत को मौका मिल सकता है. फिलहाल गेंद उद्धव ठाकरे के पाले में अगर वो और उनका परिवार मुख्यमंत्री पद पर राजी होते हैं तो उन्हें ही नेतृत्व मिलेगा.
BJP विपक्ष में बैठने को तैयार
महाराष्ट्र की सियासत में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी अब विपक्ष में बैठने को तैयार है. बीजेपी नेताओं ने साफ कर दिया है कि वो अब अकेले विपक्ष में बैठेंगे. बता दें कि पहले ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि बीजेपी कुछ विधायकों को तोड़कर अपने पाले में लाने की कोशिश कर सकती है, जिससे महाराष्ट्र की सत्ता के समीकरण बिगड़ जाएंगे. लेकिन बीजेपी नेताओं की मानें तो ऐसा नहीं हो रहा है.
तीनों पार्टियों का संभावित फॉर्मूला
- शिवसेना - मुख्यमंत्री सहित 11 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री
- एनसीपी - 11 कैबिनेट मंत्री, 4 राज्य मंत्री
- कांग्रेस - डिप्टी सीएम सहित 9 कैबिनेट मंत्री, 3 राज्य मंत्री
सूत्रों के मुताबिक सिद्धिविनायक मंदिर का अध्यक्ष पद शिवसेना को मिलेगा. वहीं शिरडी मंदिर का अध्यक्ष पद कांग्रेस-एनसीपी के पास होगा.
सीएम पद को लेकर क्या बोले राउत?
संजय राउत के सीएम उम्मीदवार वाली खबरों पर जब संजय राउत से सवाल पूछा गया कि अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं तो क्या आप मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे. इस पर राउत ने कहा कि मैं सिर्फ एक शिवसैनिक हूं और मैंने इसी तरह काम किया है. जनता चाहती है उद्धव जी ही नेतृत्व करें.
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