पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को शुरुआत से ही तृणमूल कांग्रेस और CPI-M की सीधी टक्कर के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन तृणमूल के नेताओं के कथित तौर पर रिश्तखोरी वाले स्टिंग ने BJP को भी इस दंगल में उतरकर कमेंट करने का मौका दिया.
स्टिंग के बाद से BJP के नेता लगातार ममता बनर्जी पर हमला बोल रहे हैं, पर अब एक सवाल ममता की ओर से आया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने BJP से सवाल किया है कि उसने ‘छेड़छाड़ करके बनाए गए’ स्टिंग वीडियो को कितने पैसे देकर खरीदा है? साथ ही उन्होंने कहा कि इस वीडियो के पीछे मकसद पार्टी को बदनाम करना और 2019 के लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने से रोकना है.
ममता दीदी का दावा
- स्टिंग वीडियो छेड़छाड़ करके बनाए गए.
- हमारे सांसद कल्याण बनर्जी इस बारे में बात करेंगे.
- ये वीडियो 2014 लोकसभा चुनाव से पहले बनाए गए. अब यह 2016 है.
- ये वीडियो राजनीतिक मकसद से बनाए गए.
- यह राजनीतिक प्रतिशोध की भावना है. इसका कोई प्रभाव नहीं होगा.
कोर्ट ने मांगी स्टिंग करने वालों की पहचान
फिलहाल संसदीय आचार समिति और कलकत्ता हाईकोर्ट स्टिंग वीडियो की जांच कर रहे हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार शाम को नारद न्यूज पोर्टल को निर्देश दिया कि वह तृणमूल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अपने स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो का पूरा फुटेज सौंपे.
साथ ही मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर और न्यायमूर्ति अरिजीत बनर्जी की पीठ ने समाचार पोर्टल चलाने वाले मैथ्यू सैमुअल को उनकी कंपनी, स्टिंग में शामिल लोगों की पहचान, कंपनी के शेयरधारकों और उसके निदेशकों की सूची हलफनामे के साथ जमा करने को कहा है.
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