पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी फिलहाल दिल्ली में हैं. उन्होंने यहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात में ममता ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) के मुद्दे पर शाह से बातचीत की. बातचीत के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने एनआरसी को लेकर गृहमंत्री को एक पत्र भी सौंपा.
ममता बनर्जी ने गृहमंत्री अमित शाह से इस मुलाकात में उन 19 लाख लोगों की चर्चा की, जिनका नाम एनआरसी लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है. ममता ने कहा-
“मैंने अमित शाह को एक लेटर दिया है, जिसमें बताया है कि जिन 19 लाख लोगों को एनआरसी से बाहर कर दिया गया है, उनमें कई लोग हिंदी बोलने वाले, बंगाली बोलने वाले और असम के लोकल लोग हैं. इसमें कई असली वोटर्स लिस्ट से बाहर हो गए हैं. जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए.”ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री-पश्चिम बंगाल
'पश्चिम बंगाल में NRC नहीं'
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक बार फिर साफ किया कि वो बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात में भी ये मुद्दा उठाया. ममता ने कहा, 'अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने पर कुछ नहीं कहा. मैं पहले ही अपना पक्ष साफ कर चुकी हूं कि पश्चिम बंगाल में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है.'
नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) वैध निवासियों का एक रिकॉर्ड है और अवैध निवासियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर किया जाना है. असम में एनआरसी की फाइनल लिस्ट 31 अगस्त को आई थी, जिसमें 19,06,657 लोगों के नाम नहीं है. लिस्ट में कुल 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया है.
ममता से एनआरसी पर मुलाकात से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने इस पर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पूरे देश में एनआरसी लागू की जाएगी. अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में देश की जनता से वादा किया था कि केवल असम में नहीं बल्कि पूरे देश में हम एनआरसी लाएंगे और देश की जनता का एक रजिस्टर बनाएंगे. ये वादा किया गया था कि अवैध प्रवासियों पर कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी.’’
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