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‘केंद्र के दखल के बिना कराएं चुनाव’: ममता बनर्जी की EC को चिट्ठी

बंगाल में चुनाव आयोग ने 19 घंटे पहले ही राजनीतिक पार्टियों के कैंपन पर रोक लगा दी थी.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से राज्य में आखिरी चरण के चुनाव केंद्र की दखलअंदाजी के बिना कराने की गुजारिश की है. ममता ने चीफ इलेक्शन कमीशनर सुनील अरोड़ा को चिट्ठी लिखकर कहा, "चुनाव आयोग ये सुनिश्चित करे कि राज्य में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक, निष्पक्ष रूप से, केंद्र सरकार की दखलअंदाजी के बिना और केंद्र में सत्ताधारी पार्टी के किसी भी हस्तक्षेप के बिना पूरा हो."

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ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पीएम मोदी को मानहानि का नोटिस भेजा है. अभिषेक ने पीएम पर एक जनसभा के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने की बात कही है. अभिषेक डायमंड हार्बर सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला बीजेपी के नीलांजन रॉय से है.

आखिरी और सातवें चरण के तहत पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर 19 मई को चुनाव होना है. 23 मई को चुनाव के नजीते आएंगे.

बता दें, बंगाल में चुनाव आयोग ने 19 घंटे पहले ही राजनीतिक पार्टियों के कैंपन पर रोक लगा दी थी. आयोग ने ये एक्शन राज्य में दो दिन पहले हुई हिंसा के खिलाफ लिया था. नियम के तहत, 17 मई शाम पांच बजे से यहां राजनीतिक दलों के चुनाव प्रचार पर रोक लगनी थी.

शाह के रोड शो में हुआ था बवाल?

पश्चिम बंगाल में 14 मई को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान कोलकाता में बड़ा बवाल देखने को मिला था. शाह का रोड शो जब कलकत्ता यूनिवर्सिटी के पास पहुंचा, तो दो गुटों के बीच हिंसा भड़क गई.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां शाह के ट्रक पर डंडे फेंके गए. बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी के लोगों ने आगजनी, पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की. इसी बीच समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई. बीजेपी और टीएमसी दोनों दलों ने एक-दूसरे पर इस हिंसा का आरोप लगाया.

टीएमसी ने कहा, बीजेपी के भगवा पहने समर्थक बाहर से राज्य में आए और जानबूझकर हिंसा करवाई. वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि ममता की पार्टी टीएमसी के समर्थकों ने हिंसा फैलाई और ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी.

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