हाल ही में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में बंपर जीत मिली. इस जीत से ममता बनर्जी (mamta banerjee) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की कुर्सी फिर अपने नाम कर दी. लेकिन विधानसभा चुनावों में मिली इस जीत से ममता बनर्जी अब राष्ट्रीय राजनीति पर अपना असर बनाना चाहतीं हैं. इसी के तहत हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाती आई टीएमसी अब इस समारोह का प्रसारण बीजेपी शासित राज्यों में भी करेगी.
बड़ी स्क्रीन लगाकर होगा टेलीकास्ट
टीएमसी ने त्रिपुरा के अगरतला, असम के गुवहाटी, सिलचर, गुजरात ,उत्तर प्रदेश पंजाब आदि जगहों में 21जुलाई को बड़ी स्क्रीन लगवाने की योजना बनाई है. 21 जुलाई को "शहीद दिवस" के मौके पर जब ममता बनर्जी भाषण देंगी तो इन जगहों पर लगी स्क्रीन में वह भाषण लाइव प्रसारित किया जाएगा. खबर के अनुसार टीएमसी यह कार्यक्रम दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में आयोजित करने वाली है और इस आयोजन में विपक्षी नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा. ममता बनर्जी को हाल ही में मिली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में जीत के बाद यह कदम उनके नेशनल प्लान की तरह देखा जा रहा है.
टीएमसी नेता मदन मित्रा की ANI से बात के अनुसार यह 2024 के चुनावों में विपक्ष की एकजुटता के लिए एक कदम है. यह कार्यक्रम इसलिए दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है. और इसमें विपक्ष के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा. हाल ही में लोगों ने विधानसभा चुनावों में टीएमसी को मिली जीत को देखा है और बीजेपी के खिलाफ ममता एकमात्र प्रतियोगी हैं. उन्होंने आगे कहा कि यूपी चुनावों में बीजेपी को भारी नुकसान होगा और 2024 के लिए निर्णायक सबक होगा.
क्या है शहीद दिवस?
21 जुलाई 1993 में जब ममता बनर्जी यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष थीं तब उनके नेतृत्व में कोलकाता में एक रैली में पुलिस ने फायरिंग कर दी थी जिसमें 13 लोगों की जान चली गई थी. इसी की याद में हर साल 21 जुलाई को टीएमसी शहीद दिवस के रूप में मनाती है.
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