पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी ने 6 नवंबर को केंद्र सरकार के द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का स्वागत किया. लेकिन साथ ही यह मांग भी रखी कि एलपीजी सिलेंडर की दरों को कम किया जाए.
चार दिवसीय यात्रा पर अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करते हुए मेनका गांधी ने केंद्र सरकार से यह अनुरोध किया. अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि,
हम बहुत खुश हैं कि पेट्रोल-डीजल की कीमत कम हुई है. भगवान करे कि बाकी सारी चीजें, जिनके दाम बहुत बढ़ गए थे जैसे कि गैस उन पर भी केंद्र सरकार सोचकर हम लोगों के ऊपर रहम करें.'
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये की कटौती के बाद बीजेपी सांसद ने यह अनुरोध किया. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद विभिन्न बीजेपी शासित राज्यों ने भी अपनी तरफ से आम आदमी को महत्वपूर्ण राहत देते हुए वैट कम किया है.
मेनका गांधी और वरुण गांधी को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से किया गया था बाहर
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के प्रति सहानुभूति रखने के लिए जानें जाने वाली बीजेपी सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत से बीजेपी सांसद उनके बेटे वरुण गांधी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटनाओं की आलोचना के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया था.
हालांकि इस पर 65 वर्षीय मेनका गांधी ने कहा कि वो 20 साल तक पार्टी में रहने से संतुष्ट हैं और पैनल में उनके शामिल न होने से उनका कद कम नहीं होता है.
“मैं 20 साल तक बीजेपी में रहने से संतुष्ट हूं. कार्यकारिणी में न होने से किसी का कद कम नहीं होता है. मेरा पहला धर्म सेवा करना है. इससे ज्यादा जरूरी है कि मुझे लोगों के दिलों में जगह मिले."मेनका गांधी
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