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सर्जिकल स्ट्राइक: श्रेय लेने को लेकर छिड़ा राजनीतिक संग्राम

राजनीतिक दलों का कहना है कि ऑपरेशन जिंजर इस बात का सबूत है कि सर्जिकल स्ट्राइक्स पहले भी होते रहे हैं.

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रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर ताजा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक सबसे बड़ा श्रेय पीएम मोदी को जाता है. रक्षामंत्री के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी पर सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेकर राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगाया है.

पर्रिकर ने बुधवार को कहा था कि स्ट्राइक का बहुत बड़ा श्रेय पीएम मोदी और उनकी सरकार को जाता है जिन्होंने इस मामले में फैसला लिया और योजना बनाई.

विपक्षियों का हमला

कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर कहा, ‘रक्षा मंत्री जी क्या आपके इस बयान से सेना का मनोबल नहीं टूटेगा? सरहद पार सेना के वीर जवानों के पराक्रम को भी याद कर लेते.’

कांग्रेस के प्रवक्ता संजय झा ने कहा, "रक्षा मंत्री का बयान बीजेपी की तीखी जुबान का जबरदस्त उदाहरण है. वे दोहरी भाषा बोलते हैं."

मोदी कहेंगे कि इस मुद्दे पर किसी को छाती नहीं ठोकना चाहिए, जबकि उनके कैबिनेट मंत्री और कार्यकर्ता पोस्टर में उन्हें भगवान राम बताएंगे.
संजय झा, प्रवक्ता, कांग्रेस

झा ने कहा, "ऑपरेशन जिंजर इस बात का सबूत है कि सर्जिकल स्ट्राइक्स पहले भी होते रहे हैं."

2011 का ‘ऑपरेशन जिंजर’,जब सेना लेकर आई थी पाक के 3 सैनिकों के सिर

कांग्रेस के आरोपों के सुर में सुर मिलाते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी नेता डी. राजा ने कहा, बीजेपी वाले इसे राजनीतिक मुद्दा क्यों बना रहे हैं?

सेना की कार्रवाई का श्रेय किसी अन्य को क्यों लेना चाहिए? यह भारतीय सेना है न कि किसी राजनीतिक दल की सेना.
डी राजा, नेता, सीपीआई
मुझे लगता है कि पर्रिकर प्रधानमंत्री की बातों से इत्तेफाक नहीं रखते, क्योंकि मोदी जी ने अपने मंत्रियों और कार्यकर्ताओं को छाती ठोकने से बचने की सलाह दी है.
आरजेडी नेता

मायावती और समाजवादी पार्टी पीएम मोदी का लखनऊ की रामलीला में आना भी अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश चुनावी एजेंडा बता रहे है.

पढ़िए- मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को अपनी सरकार के पक्ष में क्या क्या कहा

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