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मायावती की गुगली, ‘BJP-कांग्रेस दोनों एक ही थैली के चट्टे-बट्टे’

बंद के दौरान कई इलाकों से तोड़फोड़ और आगजनी की भी खबरें आई थीं.

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मायावती की गुगली अखिलेश यादव और राहुल गांधी दोनों को बोल्ड कर सकती है. बीएसपी सुप्रीमो ने कांग्रेस की तुलना बीजेपी से करके मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के महागठबंधन की उम्मीदों को एक झटका तो दे ही डाला है.

मायावती ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती की कीमतों के लिए बीजेपी के साथ कांग्रेस को भी जिम्मेदार ठहराया. कांग्रेस के बुलाए गए भारत बंद में मायावती की पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन बंद के दूसरे दिन मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस की लानत-मलामत कर डाली.

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मायावती के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं, पेट्रोल-डीजल की की बढ़ती की कीमतों के लिए दोनों ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने 10 सितंबर को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा की कड़ी आलोचना के बहाने विपक्ष को ही कठघरे में खड़ा कर दिया.

सोमवार को कांग्रेस के भारत बंद को 21 विपक्षी पार्टियों ने समर्थन दिया था. लेकिन बीएसपी ने चुप्पी साधे रखी थी और बंद के अगले दिन मायावती ने मुंह खोला.

मायावती ने कहा-

  • बीजेपी कांग्रेस दोनों जिम्मेदार
  • एनडीए ने डीजल पर भी कंट्रोल खत्म किया
  • बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस महंगा है
  • महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दिया है
  • 125 करोड़ मेहनतकश जनता त्राहि त्राहि कर रही है
  • डीजल-पेट्रोल रोज महंगा हो रहा है
  • रुपया भी गिरता जा रहा है. फिर भी सरकार जनता की परेशानी से विचलित नहीं है
  • अहंकारी सरकार है. पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है
  • भारत बंद के खिलाफ सरकार का अड़ियल रवैया है
  • बीजेपी सरकार पूंजीपतियों और धन्नासेठों को नाराज नहीं करना चाहिए जिनके बल पर वो सत्ता में आई है और दोबारा आने की कोशिश में है
  • कांग्रेस ने 2004-14 के बीच पेट्रोल को सरकारी कंट्रोल से बाहर किया
  • बीजेपी भी कांग्रेस की आर्थिक नीतियों के पीछे चल रही है
  • भूमि विरोधी नीति को लागू करने की कोशिश की
  • देश के किसान जबरदस्त आक्रोशित और आंदोलित हैं
  • कांग्रेस को जिसबात की सजा मिली, बीजेपी भी वही काम कर रही है
  • नोटबंदी की वजह से आर्थिक इमरजेंसी थोपी गई
  • जीएसटी को भी जबरन थोपी गई
  • बीजेपी की सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा करते करते गलत कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार से घिरी नजर आती है.
  • बीएसपी गरीबों, और सर्वसमाज की हितैषी पार्टी है
  • बीएसपी का विरोध दर्ज करने का तरीका भी दूसरी पार्टियों से अलग होता है ताकि किसी को भी तकलीफ ना हो
  • भारत बंद के दौरान हुई हिंसा की कड़ी निंदा करती है
  • देश में बड़े आर्थिक सुधार के नाम पर जनता पर थोपा जा रहा है, कांग्रेस और बीजेपी एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं
  • बीजेपी का ये तर्क भी अनुचित है कि पेट्रोल-डीजल के दाम नियंत्रित नहीं कर सकती क्योंकि ये उसके नियंत्रण के बाहर है
  • सरकार चाहे तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण में दोबारा ले सकती है
  • नीतियां बनाकर तेल कंपनियों की मनमानी को भी रोक सकती है
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‘केंद्र चाहे तो तेल की कीमतों पर कंट्रोल मुमकिन’

बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भी उसी तरह फैसला ले रही है, जैसे पहले की यूपीए सरकार लेती थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का तर्क है कि वो पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों पर कंट्रोल नहीं कर सकती. लेकिन बीएसपी उनके इस तर्क से सहमत नहीं है. अगर केंद्र चाहे तो इस महंगाई पर काबू पाया जा सकता है.

“केंद्र सरकार अपने उद्योगपति दोस्तों को नाराज नहीं करना चाहती, इसलिए पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं कर रही.”
मायावती, BSP चीफ

मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने देश की जनता को लाचार बना दिया है. उन्होंने कहा कि खासकर गरीबों-मजलूमों को महंगाई के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है.

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