भले ही राजनीतिक पार्टियां साफ-सुथरी और अपराध मुक्त राजनीति की बात करती हों, लेकिन जब बात चुनाव में टिकट बंटवारे की हो, तो फिर सब एक जैसे ही दिखते हैं. दिल्ली में 23 अप्रैल को नगर निगम चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव में 2315 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें 173 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं .
116 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ बलात्कार, अपहरण और हत्या की कोशिश जैसी संगीन आरोपों में मुकदमे दर्ज हैं.
उम्मीदवारों के नॉमिनेशन के दौरान दिए गए एफिडेविट के आधार पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने यह खुलासा किया है. एडीआर के मुताबिक इस चुनाव में 173 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं, मतलब 7 फीसदी उम्मीदवार किसी न किसी तरीके के कोर्ट केस में फसे हुए हैं.
एडीआर की रिपोर्ट में उम्मीदवारों के अपराधिक रिकॉर्ड के साथ साथ संपत्ति का ब्योरा दिया गया है. कुल 2315 उम्मीदवारों में 697 ऐसे उम्मीदवार हैं, जो करोड़पति हैं. मतलब कुल 30 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं.
किस पार्टी में हैं सबसे ज्यादा बाहुबली?
आपराधिक छवि वाले सबसे ज्यादा उमीदवार कांग्रेस पार्टी के हैं. कांग्रेस के 14 फीसद उम्मीदवारों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज हैं. BJP के 10 फीसदी, आम आदमी पार्टी के 7 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी के 8 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
अब बात करोड़पति उम्मीदवारों की
कांग्रेस के पास सबसे अधिक 64 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार हैं. कांग्रेस के कुल 256 उम्मीदवारों में से 163 उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं बीजेपी के 260 उम्मीदवारों में 141 उम्मीदवार मतलब 54 फीसदी और आम आदमी पार्टी के 250 में से 104 मतलब 42 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं.
कौन है सबसे अमीर?
दक्षिणी दिल्ली से निर्दलीय उम्मीदवार गीता यादव सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिनकी संपत्ति 82 करोड़ से भी ज्यादा है. वहीं कांग्रेस के उत्तरी दिल्ली से मोहम्मद उस्मान दूसरे सबसे आमिर उम्मीदवार हैं.
एमसीडी चुनाव में 74 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 10 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वहीं 106 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 5 से 10 करोड़ के बीच में है.
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