प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में भेजने के लिए ट्रेन की व्यवस्था पर केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार के बीच की तनातनी जारी है. महाराष्ट्र सरकार ने फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को ले जाने के लिए 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की थी. रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से ट्रेनों की सूची को लेकर सवाल पूछा. गोयल ने कहा कि रेलवे को केवल 46 ट्रेनों की लिस्ट मिली है.
इस पर शिवसेना की तरफ से संजय राउत का जवाब आया है, वहीं दूसरी तरफ एनसीपी का पक्ष शिवसेना से थोड़ा अलग दिख रहा है.
एक के बाद एक ट्वीट में महाराष्ट्र सरकार से सवाल
इसके बाद रेलमंत्री गोयल ने 24 और 25 मई की रात क साथ कई ट्वीट करते हुए महाराष्ट्र सरकार को घेरा. गोयल ने कहा, "महाराष्ट्र की 125 ट्रेनों की सूची कहां है? दो बजे तक केवल 46 ट्रेनों की सूची प्राप्त हुई, जिनमें से पांच पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए हैं, जहां चक्रवात अम्फान के कारण अभी कोई ट्रेन नहीं जा सकती. हम 125 के लिए तैयार होने के बावजूद आज के लिए केवल 41 ट्रेनों को नोटिफाई कर रहे हैं."
उनकी टिप्पणी एक टेलीविजन समाचार रिपोर्ट में उनके बीच हो रही करारी बहस के बीच आई, जहां महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे को 200 ट्रेनों की सूची देने का दावा किया था.
पीयूष गोयल ने क्या-क्या लिखा?
इससे पहले, रविवार रात गोयल ने कहा था, "उद्धव जी, आशा है आप स्वस्थ हैं, आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुभेच्छा. कल हम महाराष्ट्र से 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं. आपने बताया कि आपके पास श्रमिकों की लिस्ट तैयार है. इसलिए आपसे अनुरोध है कि सभी जानकारी साझा करें, जैसे कि ट्रेनें कहां से चलेंगी, ट्रेनों के अनुसार यात्रियों की सूची, उनका मेडिकल सर्टिफिकेट और ट्रेनें कहां तक जाएंगी? कृपया सारी जानकारी अगले एक घंटे में महाप्रबंधक को सौंप दें; जिससे हम ट्रेनों को समय पर चला सकें और पहले की तरह ट्रेन को खाली ना जाना पड़े."
गोयल ने कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपको जिन गाड़ियों की जरूरत होगी, वह उपलब्ध होगी."
गोयल रात के समय मुख्यमंत्री से नियमित अंतराल पर पूछते रहे कि 125 श्रामिक ट्रेनों की सूची जारी करें, ताकि पश्चिमी राज्य से ट्रेन चलाई जा सके. गोयल ने ट्वीट किया : "अफसोस की बात है कि 2.30 घंटे हो गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार कल के लिए योजनाबद्ध 125 ट्रेनों के बारे में आवश्यक जानकारी मध्य रेलवे के जीएम को देने में असमर्थ रही है. योजना में समय लगता है और हम नहीं चाहते कि ट्रेनें स्टेशनों पर खाली खड़ी हों. इसलिए पूर्ण विवरण के बिना योजना बनाना असंभव है."
उन्होंने कहा कि वह शिवसेना की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार से प्रवासी मजदूरों के लाभ के लिए किए जा रहे प्रयासों में पूरी तरह से सहयोग करने की उम्मीद करते हैं.
शिवसेना की तरफ से संजय राउत का ट्वीट
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री ठाकरे ने तो इस पर कोई टिप्पणी नीहं दी लेकिन संजय राउत ने अपने एक ट्वीट में रेल मंत्री पीयूष गोयल से पूछा है,
नागपुर से उधमपुर के लिए 14 और 20 मई को जो ट्रेनें गईं उनमें कौन सी लिस्ट की जरूरत पड़ी थी? पहले ट्रेन आई और फिर लोगों को इकट्ठा करने के लिए क्या कष्ट उठाने पड़े उसकी जानकारी दी जानी चाहिए. राउत ने पूछा,
‘’कौन सी लिस्ट मांग रहे हैं, याद रखिए कि राज्यसभा में आप महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.’’
उधर दूसरी तरफ शिवसेना की सहयोगी पार्टी एनसीपी की तरफ से प्रफुल पटेल का कहना है कि सरकार ट्रेनों को चलाने के दौरान दबाव में हैं. लेकिन उनके प्रयास का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, हम इस बात की प्रशंसा करते हैं कि सरकार लोगों को घर पहुंचाने के लिए ट्रेन चला रही है.
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