MNS अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी नेताओं को चुनाव ना लड़ने का सुझाव दिया है. मुंबई में पार्टी नेताओं की हुई बैठक में राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि देश की आर्थिक हालत खराब है. अपने पास पैसे संभाल कर रखिए. सोच समझ कर खर्च कीजिए. ऐसी हालत में चुनाव मत लड़िए. राज ठाकरे ने ये भी कहा कि अगर पार्टी ने चुनाव मैदान में उम्मीदवार उतारे तो फंड देना मुश्किल होगा. बैठक में हुई इस बातचीत की ये जानकारी MNS के सूत्रों ने दी है.
पार्टी नेताओं में असमंजस
राज ठाकरे की इस सलाह का पार्टी के कुछ नेताओं ने समर्थन किया, जबकि कुछ नेताओं का कहना था कि किसी भी हालत में चुनाव लड़ना चाहिए. इतना ही नहीं पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है क जहां पार्टी की ताकत है, कम से कम वहां से तो चुनाव लड़ना ही चाहिए. क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया तो पार्टी की छवि खराब हो सकती है.
हालांकि पार्टी सूत्रों का ये भी कहना है कि अभी चुनाव लड़ने या न लड़ने पर आखिरी फैसला नहीं हुआ है.
पिछले कुछ चुनावों में MNS का हाल
भले ही राज ठाकरे आर्थिक हालत का हवाला देकर चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं, लेकिन हकीकत ये है कि पिछले कुछ चुनावों में उनकी पार्टी को कोई खास सफलता नहीं मिली है.
- MNS ने लोकसभा चुनाव में भी अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था, लेकिन राज ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के लिए जमकर प्रचार किया था.
- मुंबई BMC चुनाव 2017 - 227 सीटों पर लड़ी, सिर्फ 7 जीती
- 2014 विधानसभा चुनाव- सिर्फ जुन्नर विधानसभा सीट से शरद सोनवने जीते. अब वो भी पार्टी छोड़ गए
- 2014 लोकसभा चुनाव- 18 उम्मीदवार उतारे, एक सीट पर भी जीत नहीं.
हाल ही में राज ठाकरे को ED ने कोहिनूर CTNL कंपनी में लेनदेन के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. ईडी सरकारी क्षेत्र की कंपनी IL&FS की ओर से मुंबई की कोहिनूर CTNL कंपनी को दिए 860 करोड़ रुपये के लोन और इन्वेस्टमेंट की जांच कर रहा है.
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