महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. राज ठाकरे का कहना है कि EVM पर लगातार सवाल उठने से पूरे इलेक्शन सिस्टम से ही भरोसा उठता जा रहा है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलकर ठाकरे ने साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव ईवीएम की जगह बैलेट से कराने की मांग की. अपनी चिट्ठी में ठाकरे ने 2019 लोकसभा चुनाव के पूरी प्रोसेस पर भी सवाल उठाए हैं.
पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय में दिल्ली में पहली बार आए राज ठाकरे ने कहा,
वोटरों के मन में संदेह है कि उनका डाला गया वोट उनके पसंदीदा उम्मीदवार को नहीं गया. ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग को बैलेट पेपर की तरफ लौटना चाहिए और महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इसी के जरिए कराना चाहिए. हमें पूरी आशंका है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकती है.
8 प्वॉइंटर्स वाले इस लेटर में ठाकरे की तरफ से कई दलीलें रखी गईं हैं. ठाकरे ने 220 लोकसभा क्षेत्रों में डाले गए वोट और गिनती के वोट के बीच मिलान में अंतर कुछ खबरों का भी हवाला दिया. चुनाव आयोग और चुनाव पर उठाए गए इन सवालों के सोर्स के तौर पर ठाकरे ने द क्विंट का भी जिक्र किया है.
चुनाव का बहिष्कार कर सकती है MNS
राज ठाकरे के करीबी सूत्रों के मुताबिक, अगर बैलेट पेपर से चुनाव नहीं कराए जाते हैं तो ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकती है. खुद राज ठाकरे ने व्यंग्य करते हुए कहा है किअगर मैच फिक्स है तो फिर नेट प्रैक्टिस क्यों करें'.
राज ठाकरे ने ये भी कहा कि देश में पैदा हुई स्थिति को चुनाव से नहीं आंदोलन से जवाब देने की जरूरत है. उनका ये भी तर्क है कि EVM में लगने वाली चिप कहां से आती है, उसका क्या होता है, इसका अता-पता नहीं है. राज ठाकरे ने कहा, 370 मतदान केंद्र के आंकड़ों में गड़बड़ है. इसका कोई जवाब चुनाव आयोग के पास नहीं है. ऐसे में EVM पर भरोसा बिलकुल भी सही नहीं है. हमारी मांग है कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए. चुनाव आयोग से हमें कोई उम्मीद दिख नहीं रही है.
दिल्ली पहुंचे राज ठाकरे ने यूपीए के चेयरपर्सन सोनिया गांधी से भी मुलाकात की.
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