बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह इंदौर के अधिकारियों पर भड़क रहे हैं और आग लगाने की बात कह रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद विजयवर्गीय फजीहत में पड़ गए हैं. वहीं, इस मामले में मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि, विजयवर्गीय माफिया के नेता बनना चाहते हैं.
कैलाश विजयवर्गीय के वायरल वीडियो को लेकर जब सीएम कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा,
“यह तो कैलाश विजयवर्गीय को ही तय करना पड़ेगा कि वह भाजपा के नेता बने रहना चाहते हैं या माफिया का नेता बनना चाहते हैं.”
क्या है वायरल वीडियो का मामला?
दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के अधिकारियों के साथ बैठक करना चाहते थे, इसके लिए अधिकारियों को पत्र भी लिखा गया था. बैठक में जब किसी अधिकारी ने हिस्सा नहीं लिया तो विजयवर्गीय काफी नाराज हो गए और आयुक्त आकाश त्रिपाठी के घर के सामने धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों पर जो नाराजगी व्यक्त की थी, उसका वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें विजयवर्गीय कह रहे हैं.
“हमने चिट्ठी लिखी है कि हम मिलना चाहते हैं. ये भी सूचना नहीं दोगे कि हम शहर से बाहर हैं... ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे... हमारे संघ के पदाधिकारी यहां हैं, नहीं तो आग लगा देता इंदौर में.”
हितेश वाजपेयी ने किया विजयवर्गीय के बयान का समर्थन
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और खाद्य आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हितेश वाजपेयी ने विजयवर्गीय के बयान का समर्थन किया है. डॉ. हितेश वाजपेयी ने कहा-
“मुख्यमंत्री कमलनाथ जिस तरह से राज्य की राजनीति को हिंसा की तरफ ले जा रहे हैं, शासकीय नियमों का दुरुपयोग करते हुए और साथ ही एक के बाद एक बीजेपी के कार्यकर्ताओं को टारगेट कर रहे हैं, वह बेहद अनुचित है. मैं कैलाश विजयवर्गीय के इस रुख का समर्थन करता हूं.”
कैलाश विजयवर्गीय की परेशानी और बढ़ गई है. इंदौर में धारा 144 तोड़ने के मामले में विजयवर्गीय समेत 350 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
इनपुट आईएएनएस से भी
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