केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि नफरत के कारोबार में लगे कुछ पेशेवर लोगों की ओर से शातिराना तरीके से लगातार मुसलमानों को भड़काया गया, जिसके कारण दिल्ली में हिंसा की घटना हुई. उन्होंने विपक्ष के रवैये पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि लगातार सीएए और एनआरसी पर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.
‘भड़काऊ बयानों ने डाला आग में घी’
नकवी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दिल्ली में हिंसा के पीछे कुछ पेशेवर लोग हैं, जो लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं. कुछ नेताओं की ओर से दिए गैरजिम्मेदराना उत्तेजक बयानों ने इसमें आग में घी डालने का काम किया. एक साजिश के तहत दिल्ली को हिंसा में झोंकने की कोशिश हुई.
उन्होंने कहा कि दो महीने पहले से ही मुसलमानों को भड़काने की कोशिश चल रही थी. विपक्षी नेताओं और पेशेवर लोगों ने सीएए और एनआरसी को लेकर उन्हें बरगलाने का काम किया. ऐसे लोग देश में शांति नहीं चाहते हैं. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार यह कहते रहे हैं कि सीएए से देश के किसी नागरिक की नागरिकता नहीं जाने वाली है. सरकार सबका साथ सबका विकास के संकल्प के साथ काम कर रही है. अल्पसंख्यकों को डरने की जरूरत नहीं है.
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