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महाराष्ट्र में नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद जमानत देते हुए कोर्ट ने क्या कहा?

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा अगली सुनवाई तक Narayan Rane पर कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी

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बॉम्बे हाईकोर्ट ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) को 17 सितंबर तक राहत दी है. कोर्ट की अगली सुनवाई तक उन पर कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी. इससे पहले महाड में एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने अपने आदेश में उन्हें जमानत देते हुए कहा कि उनकी गिरफ्तारी "उचित" थी, लेकिन "पुलिस हिरासत में आरोपी को सौंपना" जरूरी नहीं था.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मजिस्ट्रेट एसएस पाटिल ने अपने आदेश में कहा कि "गिरफ्तारी के कारणों और अन्य कारणों पर विचार करते हुए मैंने पाया कि गिरफ्तारी उचित है. अपराध की प्रकृति को देखते हुए, मुझे आरोपी को पुलिस हिरासत में सौंपना आवश्यक नहीं लगता".

'आरोपी ऐसा अपराध ना करे'

केंद्रीय मंत्री को रत्नागिरी पुलिस ने 24 अगस्त को संगमेश्वर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनकी 'थप्पड़' वाली टिप्पणी के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. फिर उन्हें महाड पुलिस को सौंप दिया गया और बाद में महाड में एक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें जमानत दे दी. अदालत ने कहा कि "आरोपी इस तरह का अपराध नहीं करे"

मजिस्ट्रेट अदालत ने राणे को 15,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी. अदालत ने जमानत देते हुए कुछ शर्तें लगाईं और कहा कि मामले की जांच के लिए 31 अगस्त और 13 सितंबर को थाने में उन्हें मौजूद रहना होगा.

नासिक पुलिस ने नारायण राणे को 2 सितंबर को बुलाया

केंद्रीय मंत्री को सीएम ठाकरे को 'कान के नीचे थप्पड़' देने की टिप्पणी के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसमें राणे ने दावा किया था कि ठाकरे को भारत की आजादी के वर्ष का ज्ञान नहीं है. राणे के खिलाफ महाड, नासिक, पुणे और ठाणे में चार FIR दर्ज की गई हैं.

नासिक पुलिस ने FIR में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को नोटिस भेजकर 2 सितंबर को थाने में पेश होने को कहा है.

इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने 25 अगस्त को बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर अपनी टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने की मांग की थी, जिसके बाद वहां से उन्हें 17 सितंबर तक राहत मिली है. कोर्ट की अगली सुनवाई तक उन पर कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

हालांकि इससे पहले 24 अगस्त को भी को उन्होंने गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने इस मामले में तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, बॉम्बे HC ने राणे के वकील अनिकेत निकम को अदालत का दरवाजा खटखटाने से पहले उचित प्रक्रिया का पालन करने का निर्देश दिया.

बताया गया है कि महाराष्ट्र में पहली बार है जब एक मौजूदा केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले जून 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री मुरासोली मारन और टीआर बालू को चेन्नई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था.
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क्यों हुई केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी? 

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार रायगढ़ जिले में अपनी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान राणे ने कहा था कि "यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को हमारी स्वतंत्रता का वर्ष नहीं पता है. वह अपने भाषण के दौरान स्वतंत्रता के वर्षों की गिनती के बारे में पूछने के लिए पीछे झुक गए. अगर में वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ दिया होता”

केंद्रीय मंत्री के टिप्पणी पर शिवसेना और उसके सहयोगियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जबकि शिवसेना कार्यकर्ता विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए.

एएनआई के अनुसार मुंबई में 24 अगस्त को शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच तब झड़प हो गई जब शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे के आवास की ओर मार्च किया.

शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणे के जुहू स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि कुछ ने नासिक में बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़ की. चिपलून में भी शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ता भिड़ गए, जहां 24 अगस्त को राणे की 'जन आशीर्वाद यात्रा' होनी थी.

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'मैं आम आदमी नहीं हूं': नारायण राणे

दर्ज FIR पर प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा,

“मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मेरे खिलाफ FIR दर्ज की गई है. मैं कोई आम आदमी नहीं हूं. मैंने कोई अपराध नहीं किया है. 15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है? मैंने कहा था कि मैने थप्पड़ मार दिया होता - मेरे ये शब्द थे और यह कोई अपराध नहीं है"

राणे की गिरफ्तारी पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, “महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.”

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बीजेपी ने कहा कि गिरफ्तारी के वक्त राणे खाना खा रहे थे. पार्टी ने एक वीडियो जारी किया जिसमें राणे को एक प्लेट पकड़े हुए दिख रहे हैं, जबकि उनके समर्थकों ने पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं.”

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