पंजाब में कांग्रेस को एक और झटका लगा है. पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने पार्टी में बने रहने की बात कही है. सिद्धू ने सोनिया गांधी को पत्र के जरिए इस्तीफे की जानकारी दी है. उनके इस इस्तीफे के बाद विपक्षी दलों ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है.
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर लिखा "मैंने पहले ही कहा था कि, ये व्यक्ति स्थिर नहीं है और इस सीमाई राज्य के लिए सही नहीं हैं."
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला, उन्होंने लिखा,
'पंजाब कांग्रेस में अराजकता की पूर्ण स्थिति. पंजाब के लोग इन स्वार्थी नेताओं से एक स्थिर, प्रगतिशील और समावेशी प्रशासन देने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? जिस राज्य की सीमा पाकिस्तान से 550 किलोमीटर है, वहां ऐसे लोगों पर कैसे भरोसा किया जा सकता है?'
वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने लिखा, राजनीति के दीपक कलाल हैं नवजोत सिंह सिद्धू जी.
अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने सिद्धू की ईमानदारी पर सवाल उठाया, और ट्वीट कर लिखा ' RT करें अगर आपको लगता है कि इस आदमी की कोई वफादारी नहीं है.'
पंजाब आप ने ट्वीट कर लिखा ' कांग्रेस "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस" नहीं है यह "भारतीय राष्ट्रीय सर्कस" बन गया है "
दूसरी ओर, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से क्यों इस्तीफा दिया मुझे इसके बारे में नहीं पता है. सिद्धू हमारे प्रधान हैं. चन्नी ने कहा कि वह उनके साथ बैठ कर बात करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर मेरे से कोई नाराजगी होगी तो वह सुलझ जाएगी.
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