ADVERTISEMENTREMOVE AD

गुजरात: कांग्रेस को मिल जाता इन पार्टियों का साथ तो बदल जाते हालात

एनसीपी-बीएसपी का साथ मिलता तो कांग्रेस के खाते में होती ये सीटें

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गुजरात चुनाव में बीजेपी को जमकर टक्कर देने वाली कांग्रेस पार्टी को अगर शरद पवार की एनसीपी और मायावती की बीएसपी का साथ मिला होता, तो नतीजों की तस्वीर बदल सकती थी. मगर ये हो न सका. नतीजा- कांग्रेस विपक्ष में है और बीजेपी सरकार बनाने जा रही है.

चुनाव परिणामों की बारीक पड़ताल कई ऐसे बड़े राज खोलती है कि एनसीपी और बीएसपी ने गुजरात की कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया या कहें कि बीजेपी का काम बना दिया.

एनसीपी केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार का हिस्सा रही है और बीएसपी बाहर से समर्थन देती रही है. लेकिन हर जगह बीजेपी का विरोध करने वाली ये दोनों पार्टियां गुजरात में कांग्रेस के लिए वोटकटवा साबित हुई. एनसीपी को सिर्फ एक सीट मिली, जबकि बीएसपी के हाथ कुछ नहीं आया. लेकिन इन दोनों ने कांग्रेस को अच्छा-खासा नुकसान पहुंचाया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
बीजेपी को गुजरात में 99 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस और सहयोगियों को मिलाकर कुल 80 सीटें. यानी कांग्रेस को जीतने वाली पार्टी बीजेपी से कुल 19 सीटें कम मिलीं. लेकिन चुनाव आंकड़ों को बारीकी से देखें, तो गुजरात में 10 सीटें ऐसी हैं, जहां पुराने सहयोगियों के उम्मीदवारों ने कांग्रेस के वोट काट लिए.  बीएसपी ने  138 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जबकि एनसीपी ने 57 सीटों पर चुनाव लड़ा. 

कांग्रेस के हाथ में हो सकती थीं ये सीटें

1. 906 वोट से हारी बोटाद सीट

सौराष्ट्र के बोटाद में कांग्रेस महज 906 वोट से चुनाव हार गई. लेकिन अगर कांग्रेस को बीएसपी और एनसीपी का साथ मिलता तो वह इस सीट पर एक हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर सकती थी.

2. महज 327 वोट से हारी ढोलका सीट

अहमदाबाद की ढोलका सीट पर कांग्रेस महज 327 वोट से चुनाव हार गई. अगर बीएसपी और एनसीपी के उम्मीदवार न होते, तो वह वहां कांग्रेस करीब 4000 वोटों से जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

3. दाहोद की फतेपुरा विधानसभा सीट

इस सीट पर कांग्रेस कुल 2,711 वोटों से हार गई. लेकिन बीएसपी-एनसीपी का सहयोग मिलने पर कांग्रेस करीब एक हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

4. 258 वोट से गंवाई गोधरा सीट

पंचमहल की गोधरा सीट पर कांग्रेस कुल 258 वोटों से चूक गई. लेकिन बीएसपी-एनसीपी का साथ मिलता तो कांग्रेस इस सीट पर करीब एक हजार वोटों से जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

5. साबरकांठा की हिम्‍मतनगर सीट

इस सीट पर कांग्रेस 1,712 वोटों से हार गई. लेकिन बीएसपी-एनसीपी से सहयोग मिलने की स्थिति में कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

6. पोरबंदर विधानसभा सीट

पोरबंदर सीट पर कांग्रेस के बड़े नेता अर्जुन मोढवाडिया को बीजेपी के बाबूभाई बोखीरिया ने जीत हासिल की. उन्हें कुल 72,430 वोट हासिल हुए. यहां कांग्रेस 70,575 वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर रही. इस सीट पर बीएसपी ने 4337 वोट हासिल किए. यानी कांग्रेस को बीएसपी का साथ मिलता तो वो करीब ढाई हजार वोटों से जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

7. साबरकांठा की प्रांतिज सीट

साबरकांठा की प्रांतिज सीट पर बीजेपी के गजेंद्र सिंह परमार ने जीत हासिल की. उन्हें कुल 83,482 वोट हासिल हुए. यहां कांग्रेस 80,931 वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर रही. वहीं इस सीट पर एनसीपी को कुल 3718 और बीएसपी को 1079 वोट हासिल हुए.

यानी करीब ढाई हजार वोट से चुनाव हारने वाली कांग्रेस बीएसपी और एनसीपी के सहयोग से इस सीट को भी अपने खाते में जोड़ सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

8. राजकोट ग्रामीण विधानसभा सीट

राजकोट रूरल सीट पर बीजेपी ने 92,114 वोट के साथ जीत हासिल की. यहां कांग्रेस कुल 89,935 वोट हासिल कर दूसरे नंबर पर रही. इस सीट पर बीएसपी को 3323 और एनसीपी को 880 वोट हासिल हुए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

9. आणंद की उमरेठ विधानसभा सीट

आणंद की उमरेठ विधानसभा सीट पर बीजेपी ने 68,326 वोट पाकर जीत हासिल की. यहां कांग्रेस 66,443 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रही. इस सीट पर एनसीपी ने 35,051 वोट हासिल किए. यानी 1800 वोट से चुनाव हारने वाली कांग्रेस एनसीपी के साथ से बड़े अंतर से जीत हासिल कर सकती थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

10. विजापुर विधानसभा सीट

मेहसाणा की विजापुर सीट पर बीजेपी ने 72,326 वोट पाकर जीत हासिल की. यहां कांग्रेस 71,162 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रही. इस सीट पर बीएसपी को कुल 621 और एनसीपी को 1037 वोट हासिल हुए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

...बस चूक गई कांग्रेस

10 सीटों का जिक्र ऊपर किया जा चुका है. ऐसे में गुजरात का चुनावी गणित साफ दिखाता है कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी के नाम से पहचानी जाने वाली और ग्रैंड ओल्ड यंग पार्टी का चोला ओढ़ने को लालायित कांग्रेस गुजरात के मैदान में बस...चूक ही गई.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×