संसद (Parliament) में आज यानी, 8 अगस्त का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर आज से चर्चा शुरू हो गई है. मोदी सरकार दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही है.
हालांकि, इस प्रस्ताव से सरकार को कोई खतरा नहीं है और संख्या के लिहाज से सरकार बेहद मजबूत स्थिती में है, लेकिन फिर भी इसे कई कारणों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करने वाले थे लेकिन कांग्रेस ने अंत में गौरव गोगोई से चर्चा की शुरुआत कराई.
"राहुल गांधी, सावरकर नहीं हो सकते"- अविश्वास प्रस्ताव के दौरान निशिकांत दुबे
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर कई टिप्पणियां की. निशिकांत दुबे ने कहा कि उन्हें लग रहा था कि राहुल गांधी शायद भाषण शुरू करेंगे, लेकिन हो सकता है तैयारी पूरी न हुई हो, वो देर से सोकर उठे हों. इसके बाद निशिकांत दुबे ने मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी को मिली राहत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने अभी बस स्टे ऑर्डर दिया है.
राहुल गांधी कहते हैं कि वो माफी नहीं मागेंगे. वो कहते हैं कि वो सावरकर नहीं हैं. वो हो भी नहीं सकते क्योंकि उस आदमी (वीडी सावरकर) ने 28 साल जेल में बीता दिए."
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में मानहानि केस को लेकर एक हलफनामा दाखिल कर कहा था कि केस को रफा-दफा करने के लिए वो माफी नहीं मागेंगे. बाद में इसी मामले में उनकी सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई, जिससे राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हुई. बीजेपी सांसद ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर भी ये कहते हुए निशाना साधा कि इसके अधिकांश सदस्य 'इंडिया' का पूरा मतलब नहीं पता होगा.
क्यों आया है अविश्वास प्रस्ताव? कितने मंत्री बोलेंगे?
मणिपुर हिंसा को लगभग 3 महीने हो गए हैं. इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 50 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं. हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही, लेकिन इसपर अब तक पीएम मोदी ने संसद में एक भी बयान नहीं दिया है. इसी को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इसपर 8 से 10 अगस्त तक चर्चा होगी. चर्चा की शुरुआत भी उन्होंने की.
सरकार की तरफ से 20 मंत्री इस चर्चा में भाग ले रहे हैं. सरकार को डिफेंड करते हुए पहला वक्तव्य निशिकांत दूबे सामने रखेंगे.
राहलु गांधी पर सबकी निगाहें क्यों?
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान वायनाड से कांग्रेस सांसद राहलु गांधी पर सबकी निगाहें होंगी. सुप्रीम कोर्ट से 'मोदी' सरनेम केस में राहत मिलने के बाद राहुल गांधी की सांसदी बहाल हुई है. सांसदी बहाल होने के बाद पहली बार वे संसद में बोलेंगे.
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करनी थी लेकिन अचानक गौरव गोगोई ने शुरुतात की. संसद के बाहर राहुल सरकार पर मुखरता से हमलावर रहे हैं, लेकिन अब बारी संसद के अंदर बोलने की है.
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