नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने देश में बढ़ते निजीकरण और मोदी सरकार द्वारा रेलवे, हाईवे, हवाई जहाज, LIC ,MTNL को प्राईवेट करने के विरोध में प्रदर्शन किया. एनएसयूआई ने सरकारी संपत्ति के निजीकरण के विरोध में ठेले पर रेल, हवाई जहाज, MTNL, हाईवे के डमी खिलौने बनाकर इनकी सेल लगाई.
प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन एवं प्रदेश अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने किया. प्रदर्शन में एनएसयूआई दिल्ली राष्ट्रिय सचिव प्रभारी नीतीश गौड़, एनएसयूआई राष्ट्रीय महासचिव विशाल चौधरी, राष्ट्रीय सचिव वरुण चौधरी, राष्ट्रीय सचिव अविनाश यादव समेत तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे.
NSUI के राष्ट्रीय सचिव लोकेश चुग के मुताबिक एनएसयूआई का मानना है कि "जबसे बीजेपी सत्ता में आई है, तब से लगातार देश को निजीकरण की तरफ धकेल रही है. बीजेपी ने भारत एल्युमिनियम कंपनी (बाल्को), हिंदुस्तान जिंक में रणनीतिक विनिवेश किया और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड को रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीएसएनएल को टाटा समूह को बेच दिया."
नीरज कुंदन ने अपने प्रेस बयान में कहा "भाजपा सरकार ने कांग्रेस की 70 साल की मेहनत को 7 साल में बेच दिया. यदि भाजपा सरकार युवाओं की अपेक्षाओं पर खरी नही उतर पा रही है और एक निजी फर्म की तरह काम करना चाहती हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए."
कुंदन ने आगे कहा, "मेरे मन में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इन कंपनियों का ट्रैक रिकॉर्ड और भविष्य अच्छा था, फिर भी इनका निजीकरण क्यों किया गया? यह सिर्फ पैसे का लालच है और अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाना हैं.भाजपा सरकार ने कहा कि वह रोजगार लागू करेगी, लेकिन ऐसा नहीं है. सच तो यह है कि निजिकरण से कर्मचारियों की छंटनी होगी."
नीरज कुंदन ने आरोप लगाते हुए कहा कि निजी क्षेत्र लोगों के हितों की चिंता नहीं करेगा, क्योंकि उसका मूल उद्देश्य मुनाफा कमाना है.
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